मैंने ली है संविधान की शपथ, क्या चुनाव आयोग भाजपा का एजेंट बन चुका है: राहुल

बेंगलुरु{ गहरी खोज }: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने निर्वाचन आयोग द्वारा उनसे शपथपत्र पर हस्ताक्षर करने या माफी मांगने के लिए कहे जाने के बाद शुक्रवार को उस पर पलटवार किया और कहा कि उन्होंने संसद के भीतर संविधान की शपथ ली है तथा इस संवैधानिक संस्था को बताना चाहिए कि क्या वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की एजेंट बन गई है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने बेंगलुरु के ‘फ्रीडम पार्क’ में आयोजित ‘वोट अधिकार रैली’ को संबोधित करते हुए यह चेतवानी दी कि ‘‘वोट चोरी’’ के लिए जिम्मेदार चुनाव आयोग के अधिकारियों को एक न एक दिन पकड़ा जाएगा क्योंकि यह एक ‘‘आपराधिक कृत्य’’ है। इससे पहले चुनाव आयोग के सूत्रों ने कहा था कि राहुल गांधी के पास दो विकल्प हैं, या तो शपथ पत्र पर हस्ताक्षर करें या आयोग के खिलाफ बेतुके आरोपों के लिए माफी मांगे।
कांग्रेस नेता ने संविधान की प्रति दिखाते हुए कहा, “चुनाव आयोग मुझसे हलफनामा मांगता है। वो कहता है कि मुझे शपथ लेनी होगी। मैंने संसद में संविधान की शपथ ली है।” उन्होंने दावा किया कि आज जब देश की जनता मतदाता सूची के डेटा को लेकर सवाल पूछ रही है तो चुनाव आयोग ने अपनी वेबसाइट ही बंद कर दी क्योंकि आयोग जानता है कि जनता उनेसे सवाल पूछने लगी तो उनका पूरा ढांचा ढह जाएगा। राहुल गांधी ने सवाल किया, ‘‘विपक्ष को डिजिटल मतदाता सूची क्यों नहीं मिल रही? सीसीटीवी और वीडियो सबूत मिटाए जा रहे हैं, ऐसा क्यों और किसके कहने पर हो रहा है? फर्जी मतदान और मतदाता सूची में गड़बड़ी क्यों की गई? विपक्षी नेताओं को क्यों डराया, धमकाया जा रहा है? साफ-साफ बताओ कि क्या चुनाव आयोग अब भाजपा का एजेंट बन चुका है?’’ लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने दावा किया कि यदि चुनाव आयोग इलेट्रॉनिक डेटा उपलब्ध करा दे तो कांग्रेस यह साबित कर देगी कि नरेन्द्र मोदी “वोट चोरी करके” देश के प्रधानमंत्री बने है
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि कर्नाटक सरकार को इसकी जांच करनी चाहिए और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा, “संविधान हर नागरिक को एक वोट का अधिकार देता है, उस पर चुनाव आयोग और उसके अधिकारी आक्रमण कर रहे हैं। जो अधिकारी ऐसा कर रहे हैं, वो नहीं बचेंगे। समय लगेगा लेकिन हम उन्हें पकड़ेंगे।’’
उन्होंने संविधान की प्रति दिखाते हुए कहा, ‘‘अगर आप (अधिकारी) इस पर आक्रमण करेंगे तो हम पर आक्रमण करेंगे।’’ राहुल गांधी ने कहा, “हमारी मांग है कि चुनाव आयोग पूरे देश की मतदाता सूची को डिजिटल स्वरूप में प्रदान करे और सीसीटीवी फुटेज दे। अगर हमें यह मिलता है तो हम यह साबित कर देंगे कि वोट चोरी सिर्फ कर्नाटक में नहीं, बल्कि पूरे हिंदुस्तान में की गई है।” उन्होंने दावा किया कि यदि इलेक्ट्रॉनिक डेटा मिल जाए तो वह यह साबित कर देंगे कि प्रधानमंत्री वोट की चोरी करके इस पद पर आए हैं।
राहुल गांधी ने यह दोहराया कि सिर्फ 25 सीटों के कारण आज नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री के पद पर हैं। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘लोकसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र का विधानसभा चुनाव हुआ। लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में हमारा गठबंधन जीता लेकिन छह महीने बाद आश्चर्यजनक नतीजे आए।’’ उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में सिर्फ पांच महीने के भीतर एक करोड़ नए मतदाताओं ने वोट दिया और इन सभी ने भाजपा को वोट दिया।
कांग्रेस नेता ने कहा कि चुनाव आयोग से डिजिटल मतदाता सूची और मतदान केंद्रों के सीसीटीवी फुटेज मांगे गए तो उसने इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि इसके बाद बेंगलुरु मध्य लोकसभा सीट के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची का अध्ययन किया गया। राहुल गांधी ने कहा, “यह साबित हो गया कि लोकसभा चुनाव में कर्नाटक में भाजपा ने वोट की चोरी की है।” उन्होंने दावा किया कि महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र के विश्लेषण से स्पष्ट हो गया है कि हर छह वोट में से एक वोट की चोरी की गई है।
बेंगलुरु के ‘फ्रीडम पार्क’ में आयोजित इस रैली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार, कांग्रेस के कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुरजेवाला, राज्य सरकार के मंत्री, सांसद, विधायक और कई अन्य नेता शामिल हुए। इस सभा से एक दिन पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बेंगलुरु के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र का डेटा सामने रखते हुए आरोप लगाया था कि मतदाता सूची में हेरफेर करके “वोट चोरी” का मॉडल भारतीय जनता पार्टी को फायदा पहुंचाने के लिए लागू किया गया है।
उन्होंने दावा किया था कि यह सब भाजपा और चुनाव आयोग की मिलीभगत से हो रहा है तथा यह संविधान के खिलाफ अपराध है। उन्होंने दिल्ली में बृहस्पतिवार को संवाददाताओं के समक्ष महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची के आंकड़ों की प्रस्तुति दी थी। राहुल गांधी ने कहा था कि बेंगलुरु मध्य लोकसभा सीट के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में 1,00,250 मतों की चोरी की गई, जबकि यह सीट पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 32,707 मतों के अंतर से जीती थी।