बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले में मंत्री चंद्रनाथ के खिलाफ ईडी ने दाखिल किया आरोपपत्र

कोलकाता{ गहरी खोज }: पश्चिम बंगाल में सरकारी प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंत्री चंद्रनाथ सिन्हा के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है। आरोपपत्र में ईडी ने मंत्री के दो बैंक खातों में 1.5 करोड़ के फर्जी लेन-देन का विवरण शामिल किया है।
ईडी के अनुसार, ये लेन-देन वर्ष 2016 से 2021 के बीच हुए, जब राज्य में स्कूल नौकरी घोटाले का चरम समय था। एजेंसी का कहना है कि इनमें अधिकतर इनवर्ड रेमिटेंस शामिल हैं। आरोपपत्र में उल्लेख है कि पहले भी मंत्री से इन लेन-देन पर सवाल किए गए थे, लेकिन वह संतोषजनक जवाब नहीं दे सके।
चंद्रनाथ सिन्हा इस मामले में आरोपपत्र का सामना करने वाले राज्य के दूसरे मंत्री हैं। इससे पहले पूर्व शिक्षा मंत्री और अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (तृणमूल कांग्रेस) के पूर्व महासचिव पार्थ चटर्जी के खिलाफ भी ईडी आरोपपत्र दाखिल कर चुकी है। ईडी के नोटिस के बावजूद सिन्हा दो बार पूछताछ में पेश नहीं हुए थे। हालांकि गुरुवार को वे अचानक कोलकाता स्थित ईडी कार्यालय पहुंचे, लेकिन यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि उनसे पूछताछ हुई या नहीं।
ईडी को मंत्री का नाम तृणमूल कांग्रेस के निलंबित नेता और बिचौलिये कुंतल घोष की डायरी से मिला था, जिसे बाद में एजेंसी ने गिरफ्तार किया। पिछले वर्ष मार्च में ईडी ने बीरभूम जिले के बोलपुर स्थित मंत्री के आवास पर छापेमारी कर 41 लाख नकद और एक मोबाइल फोन जब्त किया था।
चंद्रनाथ सिन्हा को तृणमूल कांग्रेस के बीरभूम के पूर्व जिलाध्यक्ष और पार्टी के प्रभावशाली नेता अनुव्रत मंडल का करीबी माना जाता है। पिछले वर्ष उन्हें करोड़ों रुपये के पशु तस्करी मामले में भी पूछताछ के लिए बुलाया गया था, हालांकि उस मामले में उन्हें आरोपपत्र में शामिल नहीं किया गया।