मप्र के राष्ट्रीय सम्मानों की घोषणा, प्रसून जोशी-भंसाली-सोनू निगम समेत आठ हस्तियां होंगी सम्मानित

भोपाल{ गहरी खोज }: मध्य प्रदेश के संस्कृति विभाग ने वर्ष 2024 और 2025 के लिए आठ प्रमुख राष्ट्रीय सम्मानों की घोषणा की है। इसमें फिल्म, संगीत, तकनीक, हिंदी साहित्य और सामाजिक सेवा से जुड़ी विभूतियों और संस्थाओं को चयनित किया गया है। सम्मानित किए जाने वाली इन हस्तियों की शुक्रवार को सूची जारी की गई, जिसमें प्रसून जोशी, संजय लीला भंसाली, सोनू निगम सहित अन्य नाम शामिल हैं। इन्हें यह सम्मान राज्य की ओर से देश और विदेश में कला, भाषा और समाज के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए दिया जाएगा।
संस्कृति संचालक एनपी नामदेव ने इस बाबत आज बताया कि विभाग द्वारा राष्ट्रीय किशोर कुमार सम्मान, राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान, राष्ट्रीय महात्मा गांधी सम्मान, राष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी सम्मान, राष्ट्रीय निर्मल वर्मा सम्मान, राष्ट्रीय फादर कामिल बुल्के सम्मान, राष्ट्रीय गुणाकर मुले सम्मान एवं राष्ट्रीय हिंदी सेवा सम्मान की घोषणा की गई है। राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान 28 सितंबर को इंदौर में, राष्ट्रीय किशोर कुमार सम्मान 13 अक्टूबर को खंडवा में, राष्ट्रीय महात्मा गांधी सम्मान 2 अक्टूबर को भोपाल में एवं राष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी सम्मान, राष्ट्रीय निर्मल वर्मा सम्मान, राष्ट्रीय फादर कामिल बुल्के सम्मान, राष्ट्रीय गुणाकर मुले सम्मान एवं राष्ट्रीय हिंदी सेवा सम्मान हिंदी दिवस के अवसर पर 14 सितंबर को भोपाल में आयोजित समारोह में प्रदान किये जाएंगे। राष्ट्रीय महात्मा गांधी सम्मान में सम्मान स्वरूप 20 लाख और अन्य सम्मानों में पांच लाख रुपये की राशि प्रदान की जाएगी।
नामदेव ने बताया कि वर्ष-2024 का राष्ट्रीय किशोर कुमार सम्मान गीत लेखन के लिये प्रख्यात गीतकार और सेंसर बोर्ड प्रमुख प्रसून जोशी (दिल्ली) एवं वर्ष-2025 का सम्मान निर्देशन के लिये चर्चित फिल्म निर्देशक संजय लीला भंसाली (मुम्बई) को प्रदान किया जायेगा। इसी तरह वर्ष-2024 का राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान संगीत निर्देशन के लिए लोकप्रिय संगीतकार जोड़ी शंकर-एहसान-लॉय (मुंबई) और वर्ष-2025 का पार्श्व गायन के लिए सुरों के सम्राट सोनू निगम (मुम्बई) को प्रदान किया जायेगा। वर्ष-2024 का राष्ट्रीय महात्मा गांधी सम्मान आनंदधाम, भोपाल और वर्ष-2025 का सम्मान पुनरुत्थान समरसता गुरुकुलम, पुणे को प्रदान किया जाएगा।
वर्ष-2024 का राष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी सम्मान प्रशांत पोल (जबलपुर) और वर्ष-2025 का सम्मान लोकेन्द्र सिंह राजपूत (भोपाल) को प्रदान किया जाएगा। यह सम्मान प्रतिवर्ष हिंदी सॉफ्टवेयर सर्च इंजिन, वेब डिजाइनिंग, डिजीटल भाषा प्रयोगशाला, प्रोग्रामिंग, सोशल मीडिया, डिजीटल ऑडियो विजुअल एडीटिंग आदि में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाता है। इसी तरह वर्ष-2024 का राष्ट्रीय निर्मल वर्मा सम्मान रीता कौशल (ऑस्ट्रेलिया) और वर्ष-2025 का सम्मान डॉ. वंदना मुकेश (इंग्लैण्ड) को प्रदान किया जाएगा। यह सम्मान प्रतिवर्ष अप्रवासी भारतीय के विदेश में हिंदी के विकास में किए गए अमूल्य योगदान के लिए दिया जाता है।
वहीं, वर्ष-2024 का राष्ट्रीय फादर कामिल बुल्के सम्मान डॉ. इंदिरा गाजिएवा (रूस) और वर्ष-2025 का सम्मान पद्मा जोसेफिन वीरसिंघे (श्रीलंका) को दिया जाएगा। यह सम्मान प्रतिवर्ष विदेशी मूल के उन व्यक्तियों को दिया जाता है, जिन्होंने हिंदी भाषा एवं उसकी बोलियों के विकास में उल्लेखनीय योगदान दिया हो। वर्ष-2024 का राष्ट्रीय गुणाकर मुले सम्मान डॉ. राधेश्याम नापित (शहडोल) और वर्ष-2025 का डॉ. सदानंद दामोदर सप्रे (भोपाल) को प्रदान किया जाएगा। यह सम्मान प्रतिवर्ष हिंदी में वैज्ञानिक, तकनीकी लेखन एवं पाठ्य पुस्तकों के लिए लेखन क्षेत्र में कार्य करने वाले व्यक्ति को दिया जाता है।
वर्ष-2024 का राष्ट्रीय हिंदी सेवा सम्मान डॉ. केसी अजय कुमार (तिरूअनंतपुरम) एवं वर्ष-2025 का डॉ. विनोद बब्बर (दिल्ली) को प्रदान किया जाएगा. यह सम्मान प्रतिवर्ष अहिंदी भाषी लेखकों और साहित्यकारों को लेखन सृजन से हिंदी की समृद्धि के लिए योगदान के लिए दिया जाता है।