झज्जर में विश्व हिंदू परिषद का प्रदर्शन, निर्माणाधीन मंदिर तोड़फोड़ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग

झज्जर{ गहरी खोज }: बहादुरगढ़ में एक निर्माणाधीन मंदिर को तोड़ने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। शुक्रवार को झज्जर पहुंचे विश्व हिंदू परिषद जिला झज्जर के पदाधिकारियों और मंदिर निर्माण समिति के सदस्यों ने उपायुक्त कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई भाजपा के एक स्थानीय नेता के इशारे पर की गई है। समिति के सदस्यों ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि जिस पार्टी ने मंदिरों के नाम पर सत्ता प्राप्त की, उसी के शासन में मंदिरों को ध्वस्त किया जा रहा है।
विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों – हरज्ञान और ऋषि भारद्वाज ने तोड़फोड़ के लिए जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों से वित्तीय रिकवरी की मांग करते हुए कहा कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो संगठन एक बड़ा जन आंदोलन खड़ा करेगा। उन्होंने बताया कि यह मामला हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के संज्ञान में लाया गया है। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है, लेकिन लोगों में अभी भी गहरा असंतोष देखा जा रहा है।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि धार्मिक आस्था के साथ इस तरह की छेड़छाड़ किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो यह आंदोलन जिले से निकलकर प्रदेशव्यापी रूप ले सकता है।
प्रशासन ने मामले की जांच के संकेत दिए हैं, लेकिन अभी तक किसी अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। हालांकि मंगलवार को बहादुरगढ़ में हुई प्रशासनिक अधिकारियों के बैठक में एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा था कि कुछ लोग अनधिकृत रूप से कॉलोनी बसाने के लिए प्लाटिंग करने की कोशिश कर रहे थे। इसलिए जिला नगर योजनाकार की टीम में उक्त कॉलोनी में बनाए गए ढांचों के साथ निर्माणाधीन मंदिर के मामूली निर्माण को भी हटा दिया।