बांग्लादेश में मेजर सादिकुल सैन्य हिरासत में, पत्नी पांच दिन के पुलिस रिमांड पर

ढाका{ गहरी खोज }: बांग्लादेश की राजधानी ढाका की एक अदालत ने मेजर सादिकुल हक की पत्नी सुमैया जाफरीन को अवामी लीग और उसके प्रतिबंधित छात्र संगठन छात्र लीग की गुप्त बैठक से संबंधित मामले में पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया। ढाका मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट मोहम्मद सेफतुल्लाह ने यह आदेश पारित किया। मेजर सादिकुल हक इस केस में पहले से सैन्य हिरासत में हैं।
द डेली स्टार की खबर के अनुसार पुलिस की जासूसी शाखा के निरीक्षक और इस केस के जांच अधिकारी मोहम्मद जेहाद हुसैन ने अदालत से सुमैया जाफरीन के सात दिन की रिमांड की मांग की। जांच अधिकारी ने कहा कि सुमैया 08 जुलाई को राजधानी के बशुंधरा आवासीय क्षेत्र के पास एक कन्वेंशन सेंटर में हुई गुप्त बैठक में शामिल हुई थीं। सुबह 10:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक हुई इस बैठक में छात्र लीग, अवामी लीग और सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारियों के साथ 300-400 लोग शामिल हुए थे। बैठक में सुमैया और उनके पति मौजूद थे। बैठक में दोनों ने सरकार विरोधी नारे लगाए।
जांच अधिकारी मोहम्मद जेहाद हुसैन ने अदालत को बताया कि इस बैठक में की गई चर्चा के अनुसार पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना से निर्देश मिलते ही देश भर से लोगों को ढाका में इकट्ठा करना था। यह योजना शाहबाग चौराहे पर कब्जा करने, देश में अस्थिरता पैदा करने और शेख हसीना की वापसी के लिए जनता में दहशत फैलाने की थी। जांच अधिकारी ने कहा कि इसलिए सुमैया को रिमांड पर लेकर पूछताछ जरूरी है।
हालांकि, बचाव पक्ष ने एक अर्जी दायर कर जमानत के साथ-साथ जांच अधिकारी के रिमांड आवेदन को रद्द करने की मांग की। सुमैया को कल शाम मीरपुर स्वास्थ्य विभाग से हिरासत में लिया गया था। उन्होंने खुद को निर्दोष बताते हुए अदालत को बताया कि इस घटना में उनकी कोई संलिप्तता नहीं है। उन्हें परेशान करने के लिए ही झूठा मामला बनाया गया है। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अदालत ने जमानत अर्जी खारिज कर कर उन्हें पुलिस रिमांड पर भेज दिया। इस केस में कम से कम 28 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने 13 जुलाई को भटारा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया था।