बलूचिस्तान पुलिस ने शिया तीर्थयात्रियों के विरोध मार्च को हब नदी पुल पर रोका

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इस्लामाबाद{ गहरी खोज }:बलूचिस्तान में ईरान और इराक की चेहल्लुम तीर्थयात्रा मार्ग के लंबे हिस्से में पाकिस्तान की संघीय सरकार के प्रतिबंध लगाने की मुखालफत शुरू हो गई है। इस प्रतिबंध के विरोध में कराची से शुरू हुए शिया तीर्थयात्रियों के पैदल मार्च को बलूचिस्तान पुलिस ने सिंध-बलूचिस्तान सीमा के पास हब नदी पुल पर ताफ्तान सीमा पर पहुंचने से पहले रोक दिया।
द बलूचिस्तान पोस्ट की खबर के अनुसार, बलूचिस्तान पुलिस और आतंकवाद-रोधी बल (एटीएफ) के जवानों ने बलूचिस्तान में प्रवेश के मुख्य मार्गों को अवरुद्ध कर दिया है। पुलिस अधिकारियों ने पुष्टि की है कि मसले को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाने के लिए प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत चल रही है। इस मार्च का नेतृत्व विभिन्न शिया संगठनों के प्रतिनिधि कर रहे हैं। मार्च में महिलाएं, बुजुर्ग, बच्चे और युवा शामिल हैं। चेहल्लुम आशूरा के चालीस दिन बाद पड़ता है।
चेहल्लुम के लिए इराक के कर्बला में इमाम हुसैन की दरगाह की तीर्थयात्रा में हर साल दुनिया भर से लाखों लोग शामिल होते हैं। पाकिस्तान से सैकड़ों तीर्थयात्री पारंपरिक रूप से बलूचिस्तान में ताफ्तान सीमा के रास्ते ईरान और फिर इराक जाते हैं। बलूच यकजेहती समिति ने इस प्रतिबंध की निंदा करते हुए इसे धार्मिक स्वतंत्रता का स्पष्ट उल्लंघन बताया है। संगठन ने कहा कि राज्य का दायित्व है कि वह तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करे, न कि व्यापक प्रतिबंध लगाए। बीवाईसी ने मार्च को अपना पूर्ण समर्थन देते हुए इसे एक वैध संवैधानिक और लोकतांत्रिक अभिव्यक्ति बताया है।

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