बीएलए ने तुर्बत में पाकिस्तान के सैन्य काफिले पर हमले की जिम्मेदारी ली

इस्लामाबाद{ गहरी खोज }: बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने मंगलवार देर रात पाकिस्तान के बलूचिस्तान के तुर्बत शहर के पास पाकिस्तान के एक सैन्य काफिले पर हुए बम हमले की जिम्मेदारी ली। बीएलए ने दावा किया कि इस हमले में उसके लड़ाकों ने पाकिस्तान के दो सैन्य कर्मियों को मौत के घाट उतार दिया।
द बलूचिस्तान पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, बीएलए के प्रवक्ता जीयंद बलूच ने जारी बयान में कहा कि लड़ाकों ने तुर्बत के बाहरी इलाके में गोगदान-सोराप पुल के पास रिमोट-नियंत्रित आईईडी से पाकिस्तान की सेना के तीन वाहनों वाले काफिले को निशाना बनाया। उन्होंने दावा किया कि विस्फोट में दो पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और कम से कम चार अन्य घायल हो गए।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान की सैन्य मीडिया शाखा आईएसपीआर ने अभी तक इस हमले पर कोई टिप्पणी नहीं की है। तुर्बत में हुआ यह हमला पाकिस्तान के सुरक्षा बलों को निशाना बनाकर बलूच सशस्त्र समूहों के बड़े अभियान का हिस्सा है। पिछले तीन सप्ताह में दर्जनों सैन्यकर्मी मारे गए हैं। इनमें मेजर रैंक के कई अधिकारी भी शामिल हैं।
बीएलए प्रवक्ता जीयंद बलूच ने बताया कि 16 जुलाई को मेजर सैयद रबनवाज तारिक अवारन जिले में किए गए उसके हमले में मारे गए। इसकी जिम्मेदारी बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (बीएलएफ) ने ली थी। तीन दिन बाद मेजर अनवर काकर क्वेटा के जबल-ए-नूर के पास एक बम विस्फोट में मारे गए। इस विस्फोट को बीएलए के विशेष सामरिक अभियान दस्ते (एसटीओएस) ने अंजाम दिया।
इसके अलावा 23 जुलाई को मेजर जैद सलीम मस्तुंग के पहाड़ी क्षेत्र में बीएलए लड़ाकों के साथ संघर्ष के दौरान मारे गए। हाल ही में 5 अगस्त को मेजर रिजवान नुश्की में सड़क किनारे हुए एक आईईडी विस्फोट में मारे गए। मेजर जैद की हत्या की जिम्मेदारी बीएलए ने ली थी।