पेटीएम अब पूरी तरह से भारतीय कंपनी, चीनी स्वामित्व समाप्त

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नयी दिल्ली{ गहरी खोज }: पेटीएम की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस का स्वामित्व अब पूरी तरह से भारतीयों के हाथ में है। करीब नौ साल पहले पेटीएम के संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विजय शेखर शर्मा ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ साक्षात्कार में कंपनी के स्वामित्व ढांचे के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब में कहा था, ‘‘ हम मारुति जितने ही भारतीय हैं।’’ यह कथन जिसे कभी प्रतीकात्मक माना जाता था, अब वास्तविकता को दर्शाता है जहां पेटीएम अब भावना और शेयरधारिता दोनों ही दृष्टि से पूरी तरह से भारतीय कंपनी बन गई है।
उद्योगपति जैक मा की कंपनी एंट फाइनेंशियल ने डिजिटल भुगतान मंच पेटीएम की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस में अपनी समूची 5.84 प्रतिशत हिस्सेदारी करीब 3,980 करोड़ रुपये में बेच दी है।
सौदे की रूपरेखा से अवगत एक व्यक्ति ने कहा, ‘‘ पेटीएम अब टाटा की तरह ही भारतीय है।’’ यह परिवर्तन एंटफिन (नीदरलैंड) होल्डिंग बी वी के हाल ही में बाहर निकलने के साथ आधिकारिक हो गया, जिसने एक थोक सौदे के माध्यम से पेटीएम में अपनी शेष 5.84 प्रतिशत हिस्सेदारी लगभग 3,800 करोड़ रुपये में बेच दी। इसके साथ ही कंपनी में चीनी स्वामित्व शून्य हो गया है, जो इसकी शेयरधारिता में एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाता है।
विजय शेखर शर्मा ने 2016 में भारत की विकास गाथा के प्रति पेटीएम की गहरी प्रतिबद्धता की पुष्टि की थी और कंपनी के भारतीय मूल्यों एवं राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के साथ उसके तालमेल पर जोर दिया था। ऐसे समय में जब स्टार्टअप परिदृश्य में वैश्विक रुचि एवं रणनीतिक निवेश बढ़ रहे थे, शर्मा ने स्थानीय नियमों के प्रति पेटीएम की दृढ़ता, नवाचार के प्रति भारत-प्रथम दृष्टिकोण और भारतीय उपभोक्ताओं व व्यापारियों को सशक्त बनाने पर उसके अटूट ध्यान का उल्लेख किया था।
उनका दृढ़ विश्वास देश के नियामकीय एवं आर्थिक ढांचे में मजबूत नींव रखने वाली एक विश्वस्तरीय, घरेलू प्रौद्योगिकी दिग्गज कंपनी बनाने के दूरदर्शी दृष्टिकोण को दर्शाता है। अब एंट ग्रुप के पूरी तरह से बाहर निकलने के साथ पेटीएम की पूंजी तालिका घरेलू एवं वैश्विक संस्थागत निवेशकों की ओर सार्थक रूप से स्थानांतरित हो गई है। गौरतलब है कि एंट ग्रुप ने अपनी सहयोगी कंपनी एंटफिन (नीदरलैंड) होल्डिंग बी वी के माध्यम से नोएडा स्थित वन97 कम्युनिकेशंस के शेयर खुले बाजार में लेनदेन के जरिये बेच दिए हैं।
एंट ग्रुप को पहले एंट फाइनेंशियल के नाम से जाना जाता था। यह चीन के दिग्गज कारोबारी समूह अलीबाबा ग्रुप की एक सहयोगी कंपनी है। बीएसई पर थोक सौदों के बारे में उपलब्ध सूचना के मुताबिक, एंटफिन नीदरलैंड होल्डिंग ने वन97 कम्युनिकेशंस के 3.73 करोड़ शेयर यानी 5.84 प्रतिशत हिस्सेदारी को दो किस्तों में बेच दिया। इन शेयरों की बिक्री 1,067.53-1,067.63 रुपये प्रति शेयर के भाव में की गई। इस तरह समूची शेयर बिक्री का मूल्य करीब 3,980.76 करोड़ रुपये रहा। जून तिमाही के अंत में एंटफिन नीदरलैंड होल्डिंग के पास पेटीएम में 5.84 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। पेरिस स्थित वित्तीय सेवा कंपनी सोसायटी जनरल ने अपनी दो सहयोगी इकाइयों के माध्यम से पेटीएम के 67.5 लाख शेयर करीब 720.56 करोड़ रुपये में खरीदे।
इसके अलावा, हांगकांग स्थित माई.अल्फा मैनेजमेंट ने अपनी इकाई के जरिये 35 लाख शेयर 373.62 करोड़ रुपये में खरीदे।
हालांकि, वन97 कम्युनिकेशंस की हिस्सेदारी खरीदने वाले अन्य खरीदारों की जानकारी एक्सचेंज पर उपलब्ध नहीं हो सकी। इस हिस्सेदारी बिक्री के बाद पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा और उनके परिजनों के स्वामित्व वाली कंपनी रेजिलिएंट एसेट मैनेजमेंट बी वी के पास वन97 कम्युनिकेशंस में संयुक्त रूप से 19.31 प्रतिशत हिस्सेदारी है और वे सबसे बड़े शेयरधारक हैं।
इसके अलावा हांगकांग स्थित निजी इक्विटी कंपनी सैफ पार्टनर्स के पास अपने दो सहयोगियों के माध्यम से जून, 2025 तक पेटीएम में 15.34 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। इस साल मई में भी एंट ग्रुप ने वन97 कम्युनिकेशंस में 2.55 करोड़ से अधिक शेयर यानी चार प्रतिशत हिस्सेदारी 2,103 करोड़ रुपये में बेची थी। वैश्विक स्तर पर विस्तार करते हुए पेटीएम अब संयुक्त अरब अमीरात, सिंगापुर, फ्रांस, मॉरीशस, भूटान, श्रीलंका और नेपाल सहित देशों में यूपीआई भुगतान का समर्थन करती है जिससे विदेश में भारतीय यात्रियों के लिए सुगम लेनदेन संभव हो गया है।

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