आईजीपीएल जैसी लीग युवाओं को न सिर्फ मंच देगी, बल्कि आर्थिक रूप से सहयोग भी करेगी : गगनजीत

नई दिल्ली{ गहरी खोज }:अनुभवी भारतीय गोल्फर और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित गगनजीत सिंह भुल्लर ने इंडियन गोल्फ प्रीमियर लीग (आईजीपीएल) में एक आइकन खिलाड़ी के रूप में करार किया है। वह इस बहुप्रतीक्षित लीग में एक फ्रेंचाइजी टीम का नेतृत्व करेंगे।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भुल्लर ने आईजीपीएल को हाल के वर्षों की सबसे रोमांचक गोल्फ पहल बताया और इसमें भाग लेने के पीछे की वजहों को साझा किया। भुल्लर ने कहा, “गोल्फ एक व्यक्तिगत खेल है, लेकिन जब भी मुझे देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला है, मुझे टीम के रूप में खेलने में हमेशा आनंद आया है। 2006 के दोहा एशियाई खेलों में जब हमने रजत पदक जीता, वह अनुभव आज भी यादगार है।”
भुल्लर ने कहा, “लोगों को शायद यह अंदाजा नहीं होता कि गोल्फ एक बेहद महंगा खेल है। ऐसे में आईजीपीएल जैसी लीग युवाओं को न सिर्फ मंच देगी, बल्कि आर्थिक रूप से भी सहयोग करेगी। यह केवल शोपीस लीग नहीं है, बल्कि इसमें गंभीर प्रतिस्पर्धा और बड़ी इनामी राशि होगी।” उन्होंने कहा, “जो युवा खिलाड़ी अपने करियर की शुरुआत में हैं, उनके लिए इस तरह की लीग में हिस्सा लेकर पैसे कमाना और खुद के खेल में निवेश करना बहुत बड़ी बात होगी। क्योंकि जब संसाधन नहीं होते, तो शुरुआत में ही बहुत से खिलाड़ी पीछे रह जाते हैं। आईजीपीएल इस खाई को पाटने में मदद करेगा।”
उन्होंने कहा, “जब मुझे गोल्फ लीग की जानकारी मिली, तो मुझे लगा कि यही वो चीज़ है जिसका मैं इंतजार कर रहा था। क्योंकि हम अक्सर टीम के रूप में नहीं खेल पाते। यह एक ऐसा पहलू था जो मेरे करियर में अधूरा सा लग रहा था।”
आईजीपीएल भारत की पहली पेशेवर गोल्फ लीग होगी जिसमें पुरुष और महिला खिलाड़ी एक ही मंच पर खेलते नजर आएंगे। फ्रेंचाइजी आधारित इस लीग में क्षेत्रीय सर्किट्स भी होंगे, जिससे यह लीग न केवल खेल के प्रारूप को नया रूप देगी, बल्कि समावेशिता और एथलीट सशक्तिकरण को भी बढ़ावा देगी।
इस लीग से जुड़ी प्रमुख बातों में क्रिकेट के दिग्गज और गोल्फ प्रेमी युवराज सिंह का बतौर सह-मालिक और ब्रांड एंबेसडर होना और इंडियन गोल्फ यूनियन के साथ समझौता ज्ञापन साइन करना शामिल है। इससे यह लीग भारत में पुरुषों, महिलाओं और शौकिया गोल्फरों के लिए एक प्रमुख मंच बनने की दिशा में अग्रसर है।
भुल्लर इस लीग को उभरती प्रतिभाओं को निखारने और आगे बढ़ाने का एक बड़ा अवसर मानते हैं। उन्होंने कहा, “जब मुझे टीम का कप्तान बनने का मौका मिला, तो मैंने सोचा कि मैं अगली पीढ़ी के गोल्फरों का मार्गदर्शन कर सकता हूं। यह जिम्मेदारी मुझे व्यक्तिगत रूप से भी बहुत उत्साहित करती है। शिव कपूर, गौरव घई और एसएसपी चौरसिया जैसे दिग्गजों की मौजूदगी से युवा खिलाड़ियों को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा और उनका विकास तेज़ी से होगा।” पहले संस्करण के आयोजन से पहले, आईजीपीएल का दौरा देश के विभिन्न शहरों में कराया जाएगा ताकि देशभर में गोल्फ को लेकर माहौल तैयार किया जा सके और प्रतिभावान खिलाड़ियों को लीग से जोड़ा जा सके।
लीग का उद्देश्य न केवल प्रतिस्पर्धी गोल्फ को बढ़ावा देना है, बल्कि इसे जमीनी स्तर तक ले जाकर खिलाड़ियों के विकास की पूरी संरचना तैयार करना है। इसके तहत अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों और दिग्गजों को बुलाकर भारतीय खिलाड़ियों को सर्वश्रेष्ठ मार्गदर्शन और अनुभव दिया जाएगा। इसके साथ ही, आईजीपीएल देश के विभिन्न स्कूलों और विश्वविद्यालयों से भी साझेदारी करेगा ताकि गोल्फ की जड़ों को मजबूत किया जा सके और एक स्थायी टैलेंट पाइपलाइन तैयार की जा सके। महिलाओं के लिए भी लीग ने वूमेन गोल्फ एसोसिएशन ऑफ इंडिया के साथ साझेदारी की है, ताकि महिला गोल्फरों को भी प्रोफेशनल मंच, समुचित दृश्यता और संरचित अवसर मिल सके।