जेल के बंदियों को साक्षर करने चल रहा अभियान

अशोकनगर{ गहरी खोज }: जिला जेल में अब निरक्षर बंदियों को साक्षर बनाया जाएगा, ताकि वे अपना नाम लिख-पढ़ सकें, यह कहना है जिला जेल में नव पदस्थ जेल अधीक्षक ललित दीक्षित का।
जेल अधीक्षक ललित दीक्षित ने मंगलवार को हिन्दुस्थान समाचार से चर्चा करते हुए कहा कि जेल के निरक्षर बंदियों को साक्षर करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है कि वे इतने साक्षर हो सकें कि अपना नाम लिख-पढ़ सकें। साथ ही उनका कहना कि इसके अलावा पर्यावरण की दृष्टि से जेल में पौधा रोपण कर सौंदर्य करण के लिए भी अभियान चलाया जा रहा है। जानकारी में बताया कि 2015 में निर्मित जिला जेल में 250 बंदियों की क्षमता है परंतु अधिक बंदियों की आमद के मुताबिक करीब 300 बंदियों की व्यवस्था की जाती है।
जेल अधीक्षक ललित दीक्षित का कहना है कि वर्तमान जेल में क्षमता से अधिक बंदियों की आमद को देखते हुए नवीन जेल बनाने का प्रस्ताव है। जिसको लेकर तीन स्थानों पर जगह देखी गई है। ताकि पांच सौ बंदियों की क्षमता की जिला जेल हो। जिला जेल के नवीन भवन के लिए करीब 40 एकड़ भूमि एवं बंदियों समेत स्टाफ आदि करीब एक हजार लोगों के पेयजल की व्यवस्था होना अनिवार्य है जिसके भूमि और पेयजल सहित उचित भूमि का चयन होना अभी तय है।