गंडक बराज ने सोमवार के दोपहर में 1 लाख 71 हजार 1 सौ क्यूसेक पानी छोड़ा

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पश्चिम चम्पारण{ गहरी खोज }: नेपाल के जलग्रहण और पहाड़ी क्षेत्रों में पिछले तीन दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश से गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी कर दिया है। गंडक बराज ने सोमवार के दोपहर में 1 लाख 71 हजार 1 सौ क्यूसेक जलस्त्राव किया है,इसके बावजूद गंडक बराज के जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी है।
इस संदर्भ में गंडक बराज के कार्यपालक अभियंता मो. इकबाल अनवर ने बताया कि जल स्तर में वृद्धि को देखते हुए गंडक बराज के सभी 36 फाटकों को आशिक रूप से खोल दिया गया है।उन्होंने बताया कि पानी की बढ़ती स्थिति के मद्देनजर गंडक बराज पर तैनात सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों को हाई अलर्ट कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि गंडक बराज के जल स्तर में वृद्धि को देखते हुए रात दिन बराज पर कैंप किया जा रही है और पल-पल की रिपोर्ट पर नजर रखी जा रही हैं। नेपाल के जल ग्रहण और पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही रूक-रूक झमाझम बारिश होने के कारण गंडक नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है।
नेपाल के देव घाट से 1 लाख 57 हजार 3 सौ 6 क्यूसेक पानी फोलो किया गया हैं,जिससे निचले कई इलाकों में फिर से गंडक नदी का पानी फैलने की आशंका बढ़ चली है। वही गंडक नदी से सटे वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के अंतर्गत वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र के कक्षा संख्या एम 29 एवं 30 तथा 28 धनहिया दियरा, ठाडी आदि के जंगल में गंडक का पानी और बरसात का पानी धीरे-धीरे फैलना शुरु हो गया है। वन क्षेत्र में बरसाती पानी और गंडक नदी का पानी घुसने से वन्य जीव सुरक्षित जगहों की तलाश में ऊंचे स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं।
गंडक नदी के तटवर्ती गांव चकदहवा,झंडू टोला एसएसबी कैंप, बिन टोली, कान्ही टोला के आलावा ऊत्तर-प्रदेश के शिवपुर, मरचहवा आदि निचले क्षेत्रों में पानी घुसने की आशंका जताई जा हैं। गंडक बराज के कनीय अभियंता प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि देर शाम तक गंडक नदी के जलस्तर में बढ़ने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।

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