उत्तरकाशी जिले में बादल फटने से धराली गांव में भारी तबाही, राहत व बचाव कार्य शुरू

उत्तरकाशी{ गहरी खोज }: जिले के हर्षिल क्षेत्र के धराली गांव में मंगलवार को बादल फटने के बाद अचानक खीरगंगा में बाढ़ आने से बड़ी तबाही हुई है। इलाके के 20 से अधिक हाेटल और हाेम स्टे तबाह हाे गए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तुरंत राहत व बचाव कार्य शुरू करने के निर्देश दिए हैं। सेना, एसडीआर, एनडीआरएफ, जिला प्रशासन एवं अन्य संबंधित टीमें मौके पर राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं। जिले के वरिष्ठ अधिकारी भी प्रभावित गांव की ओर रवाना हाे गए हैं।
जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर और गंगोत्री धाम से महज 20 किलोमीटर पहले स्थित हर्षिल क्षेत्र के गांव धराली में बादल फटने के बाद अचानक खीर गंगा नदी में विनाशकारी बाढ़ आ गई। गंगा पार मुखवा गांव के लोगों ने तबाही आते देखकर चीख-पुकार मचाकर लोगों को आगाह किया। बताया जा रहा है कि विनाशकारी बाढ़ से इलाके के 20 से 25 होटल व होमस्टे तबाह हो गए हैं। स्थानीय लोगों से मिली सूचना के अनुसार 10 से 12 लाेग मलबे में दबे हो सकते हैं। स्थानीय राजेश पंवारका कहना है कि खीर गंगा के जल ग्रहण क्षेत्र में ऊपर कहीं बादल फटा, जिस कारण यह विनाशकारी बाढ़ आई है। बाढ़ से लोगों में दहशत का माहौल है।
घटना की सूचना पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुःख व्यक्त किया और ईश्वर से सभी के सकुशल होने की प्रार्थना की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्य युद्ध स्तर पर संचालित करने के निर्देश दिए हैं। सेना, एसडीआर, एनडीआरएफ, जिला प्रशासन एवं अन्य संबंधित टीमें मौके पर राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं। मुख्यमंत्री, वरिष्ठ अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं तथा स्थिति की नियमित जानकारी ले रहे हैं। घटना की जानकारी मिलने पर जिलाधिकारी प्रशांत आर्य और पुलिस अधीक्षक सरिता डोबाल भी मौके के लिए रवाना हो गये हैं। घटना की विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है।
सेना की ओर से बताया गया कि दिन में हर्सिल के निकट खीरगाड़ क्षेत्र के धराली गांव में एक भीषण भूस्खलन हुआ, जिससे आबादी की ओर अचानक मलबा और पानी आ गया। आईबेक्स ब्रिगेड के जवान स्थिति का आकलन करने और बचाव अभियान चलाने के लिए प्रभावित स्थल पर पहुंच गए हैं। नुकसान का आकलन किया जा रहा है और राहत अभियान शुरू होने के बाद ही जानकारी दी जाएगी।