खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान ने बांग्लादेश की जनता और दलों को किया आगाह

ढाका{ गहरी खोज }: बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक रहमान ने देश की जनता और सभी राजनीतिक दलों को आगाह किया है कि वह मतभेद को भुला दें। उन्होंने कहा कि अगर मतभेद को भुलाया नहीं गया तो फासीवाद की वापसी का अवसर पैदा होगा। पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान ने आज अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में यह बातें कही हैं।
द डेली स्टार की खबर के अनुसार, तारिक रहमान ने कहा कि देश में तब तक सच्चा लोकतंत्र स्थापित नहीं होगा जब तक नागरिक अपने मताधिकार का प्रयोग करके सरकार बनाने में सक्षम नहीं हो जाते। अंतरिम सरकार ऐसी सरकार स्थापित करने की दिशा में काम कर रही है जो जनता के प्रति जवाबदेह हो। रहमान ने कहा कि स्थानीय सरकार से लेकर संसद तक जब तक जनता सीधे अपने पसंदीदा उम्मीदवारों को वोट नहीं दे सकती तब तक उसके पास सरकार बनाने या बदलने की शक्ति नहीं होगी। इसके बिना देश में सच्चा लोकतंत्र स्थापित नहीं हो सकता।
रहमान ने कहा, आइए हम यह सुनिश्चित करने की दिशा में काम करें कि लोग रोजमर्रा के शासन, नीति-निर्माण और प्रशासन में अपने लोकतांत्रिक और राजनीतिक अधिकारों का प्रयोग कर सकें। तभी हम लोगों को राजनीतिक रूप से सशक्त बना सकें। अगर हम ऐसा करने में विफल रहे, तो कुछ भी मजबूत या टिकाऊ नहीं होगा। तारिक ने चेतावनी दी कि मतभेदों या राजनीतिक विवादों की वजह से फासीवाद का पुनरुत्थान नहीं होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि फासीवाद मुक्त बांग्लादेश में राजनीतिक दलों में स्वाभाविक रूप से मुद्दों पर आधारित मतभेद होंगे। बावजूद इसके बीएनपी अपनी विचारधारा और लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ेगी। उन्होंने कहा, बांग्लादेश की स्थापना का पहला और महत्वपूर्ण राजनीतिक उद्देश्य एक ऐसा राज्य और सरकार बनाना था जो जनता के प्रति सीधे जवाबदेह हो। वर्तमान अंतरिम सरकार ऐसी ही व्यवस्था बनाने के लिए काम कर रही है।
रहमान ने कहा, हम उन लोगों के ऋणी हैं जिन्होंने देश की स्वतंत्रता और अधिकारों के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। अब समय आ गया है कि हम उस ऋण को चुकाएं। पूरा बांग्लादेश शहीदों के परिवारों का ऋणी है। हम केवल लोगों के राजनीतिक और आर्थिक सशक्तीकरण को सुनिश्चित करके, और न्याय पर आधारित एक मानवीय, लोकतांत्रिक बांग्लादेश के निर्माण के लिए न्याय, समानता, मानवीय गरिमा और सामाजिक निष्पक्षता स्थापित करके ही उनका ऋण चुका सकते हैं।
बीएनपी नेता ने कहा कि पिछले साल पांच अगस्त को फ़ासीवादी संसद भवन छोड़कर भाग गए। तथाकथित सांसद भाग गए। मुख्य न्यायाधीश अदालतों से भाग गए। मंत्री अपने कैबिनेट कार्यालयों से भाग गए। तारिक ने कहा कि अफसोस इस बात का है कि अभी भी भगोड़े फासीवादी समूह को कोई पछतावा या खेद नहीं है। पांच अगस्त को लोकतंत्र, सुशासन और मानवता के प्रति प्रतिबद्धता के दिन के रूप में याद किया जाएगा।