राहुल के खिलाफ न्यायालय की टिप्पणी सबके लिए सबक : रिजिजू

नयी दिल्ली{ गहरी खोज }: संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा है कि सर्वोच्च अदालत की ओर से लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के बारे में जो टिप्पणी की गयी है वह सबके लिए सबक है।
श्री रिजिजू ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि श्री गांधी ने सुरक्षा और सीमा को लेकर जो गलत बयान दिये हैं उस पर उच्चतम न्यायालय में जो कड़ी टिप्पणी की है उसका उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की बैठक में सदस्यों से कहा कि गलत बात बोलने पर न्यायालय भी चुपचाप नहीं बैठेगा।
उन्होंने कहा कि यह सबके लिए एक सबक है कि आप एक जिम्मेदार नागरिक हैं और कुछ भी अनाप-शनाप बोलकर बच नहीं सकते। न्यायालय ने श्री गांधी को लेकर टिप्पणी के साथ जो हिदायत दी है उससे न केवल विपक्ष के नेता बल्कि सभी को सबक लेना चाहिए कि एक भारतीय को देश के खिलाफ बयान नहीं देना चाहिए।
संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि पहले भी कांग्रेस ने न्यायपालिका का अपमान किया है और अब भी कर रही है। कांग्रेस संविधान को हाथ में पकड़ने का नाटक करती है और संविधान को ही नहीं मानती है। कांग्रेस पार्टी देश से भी ऊपर एक परिवार को मानती है।
उन्होंने बताया कि राजग की बैठक में आपरेशन सिंदूर और आपरेशन महादेव की सफलता की सराहना की गयी और इसके लिए सुरक्षा बलों को बधाई दी गयी।
श्री रिजिजू ने राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के उस आरोप को भी बेबुनियाद बताया जिसमें कहा गया है कि सदन के अन्दर सुरक्षा बलों को बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि सदन में मार्शल के अलावा कोई दूसरा प्रवेश नहीं कर सकता है। विपक्ष का आरोप बेबुनियाद है कि पुलिस को सदन में लाया गया।
उन्होंने कहा कि संसद सत्र को शुरु हुए तीन सप्ताह हो गये हैं लेकिन विपक्ष विधेयकों को पारित नहीं होने दे रहा है। हमने निर्णय किया और विपक्ष से भी आग्रह किया है कि आज सदन में विधेयक पारित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह बार बार विपक्षी दलों से आग्रह कर रहे हैं कि सदन को चलाने में बाधा उत्पन्न न करें। सदन का समय बर्बाद करके करोड़ों का नुकसान होता है। उन्होंने उम्मीद जतायी है कि विपक्ष सदन को सुचारू रूप से चलाने में मदद करेंगा।