राहुल गांधी की राष्ट्रविरोधी मानसिकता को सुप्रीम कोर्ट ने किया उजागर : चुग

नई दिल्ली{ गहरी खोज }: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुग ने सोमवार को कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि मामले में उच्चतम न्यायालय की टिप्पणी ने गांधी परिवार की राष्ट्रविरोधी मानसिकता को पूरे देश के सामने उजागर कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट की यह टिप्पणी कि “कोई सच्चा भारतीय ऐसा बयान नहीं दे सकता”—राहुल गांधी पर एक गंभीर टिप्पणी है और इसके लिए राहुल गांधी को देश से माफ़ी मांगनी चाहिए। भाजपा महामंत्री चुग ने सोमवार को एक बयान में कहा कि भले ही उच्चतम न्यायालय ने मानहानि की कार्यवाही से उन्हें राहत दी हो, लेकिन न्यायालय की टिप्पणियां राष्ट्र के लिए अत्यंत चिंता का विषय हैं।
सुप्रीम कोर्ट की इस स्पष्ट और दो-टूक टिप्पणी के बाद अब देश के लिए एक बड़ी चेतावनी है कि राहुल गांधी की बयानबाजी किस दिशा में जा रही है। चुग ने कहा कि इसमें अब कोई संदेह नहीं कि राहुल गांधी चीन और पाकिस्तान से मित्रता के पुल बनाकर मोदी सरकार के जनकल्याण के कार्य में बाधा बनने की कोशिश कर रहे हैं।पूरा देश जानता है कि पुलवामा हमले के दौरान राहुल गांधी अपने परिवार समेत दिल्ली में चीनी राजदूत के साथ ब्रेकफास्ट कर रहे थे उन्होंने राहुल गांधी पर पाकिस्तान की भाषा बोलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि गांधी परिवार सस्ती राजनीति के लिए राष्ट्रविरोधी एजेंडे को बढ़ावा देना बंद करे और विदेशी ताक़तों के हाथों की कठपुतली बनने से बचे।
चुग ने याद दिलाया कि कांग्रेस ने 2008 में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के साथ एक गुप्त समझौता पर हस्ताक्षर किए थे—जिस पर आज तक कांग्रेस कोई जवाब नहीं दे पाई है। जब कांग्रेस विदेशों से गुप्त सौदे करती है और फिर उनके पक्ष में बयान देती है, तो यह संदेह उत्पन्न करता है कि वह किसके साथ खड़ी है—भारत के साथ या उसके विरोधियों के साथ। चुग ने कहा कि गलवान में बलिदान हुए जवानों की वीरता पर सवाल उठाना हो या सर्जिकल स्ट्राइक का मजाक उड़ाना, राहुल गांधी बार-बार हमारी सेना का मनोबल गिराने का काम करते रहे हैं।