जींद में कंप्यूटर सेंटर संचालिका पर नौकरी के नाम पर 10 लाख की धोखाधड़ी का मामला दर्ज

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जींद{ गहरी खोज }: अलेवा थाना पुलिस ने कंप्यूटर संचालिका के खिलाफ नौकरी के नाम पर 10 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। अलीपुरा गांव की रीतू, जो उचाना में बालाजी कंप्यूटर सेंटर चलाती है, उन पर आरोप है कि उसने चार युवकों को दिल्ली में कृषि और आयकर विभाग में नौकरी दिलाने का झांसा देकर फर्जी जॉइनिंग लेटर और आईडी कार्ड दिए। रविवार को पुलिस को दी शिकायत में अलेवा क्षेत्र के शामदो निवासी रणबीर ने बताया कि रीतू ने उससे कहा था कि कोई आपका जानकार हो तो वह दिल्ली में एग्रीकल्चर विभाग और इन्कम टैक्स विभाग में नौकरी पर लगवा देगी। उसने उसे झांसे में ले लिया। रणबीर ने बताया कि उसने अपनी जान-पहचान के चार बच्चों को नौकरी लगवाने की बात की तो रीतू ने 14 लाख रुपये मांगे। उसने बच्चो के सारे दस्तावेज दे दिए। इसके बाद 14 मार्च 2023 से 18 अप्रैल 2023 के बीच कई ट्रांजेक्शन में 10 लाख रुपये उसके खाते में डाल दिए। इसके बीच 11 मार्च को दो लाख रुपए 13 मार्च को 40 हजार रुपए और 21 मार्च को 1 लाख 50 हजार रुपये सेंटर पर जाकर नकद दिए। रीतू के कहने पर 10 हजार रुपये किसी ओम नाम के व्यक्ति और 20 हजार रुपये राजा मास्टर के खाते में ट्रांसफर किए। रीतू ने उन्हें ज्वायनिंग लेटर और आईडी थमा दी। जब वह ज्वाॅयनिंग लेटर लेकर दिल्ली दिए गए पते पर पहुंचे तो पता चला कि ज्वायनिंग लैटर और आई कार्ड फर्जी हैं। आरोपित की साजिश की तहत की गई धोखाधड़ी के तहत बच्चों को न तो नौकरी मिल पाई और न ही रीतू द्वारा हड़पे गए रुपए वापस मिल पा रहे हैं। रणबीर ने बताया कि जब उसने रुपये के लिए दबाव बनाया तो पंचायती तौर पर समझौता हुआ। जिसमें रीतू ने नौ लाख 40 हजार रुपये के चेक दे दिए लेकिन ये चेक बाउंस हो गए। अब रीतू द्वारा उसे धमकी दी जा रही है। रीतू द्वारा करीब दो लाख रुपये पीड़ित को वापस दिए गए लेकिन 10 लाख रुपये से ज्यादा की राशि नहीं दी गई। अलेवा थाना पुलिस ने रीतू के खिलाफ धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेजों का उपयोग और अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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