सावन पूर्णिमा के दिन शनि की राशि में रहेंगे चंद्रमा, इन 3 राशियों को रहना होगा संभलकर

धर्म { गहरी खोज } : सावन महीने की पूर्णिमा तिथि 9 अगस्त 2025 को है। हालांकि पूर्णिमा तिथि का आरंभ 8 अगस्त की दोपहर से हो जाएगा लेकिन उदयातिथि के अनुसार सावन पूर्णिमा 9 अगस्त को ही मानी जाएगी। इस दिन चंद्रमा का संचार मकर राशि में होगा और देर रात को चंद्रमा कुंभ राशि में गोचर कर जाएंगे। ये दोनों ही राशियां शनि ग्रह की हैं। पूर्णिमा के दिन शनि की राशि में चंद्रमा की स्थिति कुछ लोगों के जीवन में चुनौतियां पैदा कर सकती है। आज हम आपको इन्हीं राशियों के बारे में जानकारी देंगे।
मिथुन राशि
सावन पूर्णिमा के दिन चंद्रमा आपके अष्टम भाव में रहेंगे। इस भाव को अनिश्चितताओं का भाव कहा जाता है। चंद्रमा की यह स्थिति आपके जीवन में अचानक से नकारात्मक बदलाव ला सकती है। इसलिए किसी भी तरह का बड़ा निर्णय आपको इस दिन नहीं लेना चाहिए। कार्यक्षेत्र में सीनियर्स के साथ बहसबाजी करने से बचें, ऐसा करने से आपको छवि पर नकारात्मक असर पड़ेगा। वित्त से जुड़े निर्णय को कुछ दिनों के लिए टाल देंगे तो अच्छा रहेगा। इस राशि के लोगों को अपने स्वास्थ्य का भी ख्याल रखने की जरूरत होगी। उपाय के तौर पर आपको शिव चालीसा का पाठ करना चाहिए।
कर्क राशि
चंद्रमा आपकी ही राशि के स्वामी हैं और सावन पूर्णिमा के दिन शनि की राशि में विराजमान रहेंगे। आपको बता दें कि शनि और चंद्रमा आपस में शत्रु हैं। इसलिए सावन पूर्णिमा के दिन आपको बेहद संभलकर रहना होगा। वार्तालाप करते समय शब्दों का इस्तेमाल सोच-समझकर करें, आपकी बातों का गलत मतलब निकाला जा सकता है। इस राशि के लोगों को अपनी सेहत को लेकर भी सतर्क रहना होगा। घर के किसी सदस्य की तबीयत अचानक से खराब हो सकती है। वैवाहिक जीवन में किसी तीसरे शख्स की वजह से दूरियां आने की आशंका है, आपको आपस में बात करके हर मुद्दा सुलझाना चाहिए। उपाय के तौर पर शिव लिंग का दूध से अभिषेक करें।
मीन राशि
मीन राशि के लोगों को आर्थिक पक्ष को लेकर सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी। इस दौरान गलत लोगों की संगति के कारण आपकी मानहानि हो सकती है। पारिवारिक जीवन में वाद-विवाद की स्थिति किसी वजह से पैदा हो सकती है। ऐसे समय में आपको बहस करने की बजाय लोगों को सुनना चाहिए और समस्या का समाधान निकालने की कोशिश करनी चाहिए। पैसों से जुड़े मुद्दों को लेकर भी सतर्कता आपको बरतनी होगी। माता के स्वास्थ्य में गिरावट आने से आप परेशान हो सकते हैं, उनका ख्याल रखें। विद्यार्थियों को शिक्षा के क्षेत्र में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है, आपकी एकाग्रता भंग हो सकती है। उपाय के तौर पर महामृत्युंजय मंत्र का जप करें।