भाई-बहन के प्रेम का पर्व है रक्षाबंधन, न दें ऐसी कोई भी गिफ्ट

धर्म { गहरी खोज } : भाई-बहन के प्रेम के प्रतीक स्वरूप रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाता है। यह त्योहार सावन माह की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाईयों के हाथों पर राखी बांधती है और उनके अच्छी हेल्थ और लंबी उम्र की कामना करती है, बदले में भाई उनकी रक्षा का वादा करते हैं और गिफ्ट देते हैं। हालांकि कुछ ऐसी चीजें हैं जो रक्षाबंधन जैसे शुभ अवसर पर गिफ्ट के रूप में देने से बचना चाहिए, क्योंकि इन्हें अपशकुन माना जाता है। आइए जानते हैं क्या हैं वो…
रक्षाबंधन पर क्या न दें गिफ्ट?
कांच का सामान
वास्तु शास्त्र की मानें तो गिफ्ट में कभी कांच का सामान नहीं देना चाहिए, यह अपने अशुभता लाता है। कारण है कि कांच जरा से झटके से टूट जाता है और इसे अशुभता का प्रतीक माना गया है। ऐसे में यह घर में रिश्तों में भी दरार ला सकता है।
मोती
मोती को दुख और आंसू का प्रतिबिंब माना गया है, ऐसे में रक्षा बंधन पर अपनी बहन को मोती या मोती से बनी कोई वस्तु गिफ्ट में देने से बचें। मान्यता है कि मोती गिफ्ट में देने पर घर में दुख और परेशानी आती है।
नुकीली चीजें
सनातन धर्म में नुकीली चीजें को शुभ अवसर पर देना नहीं चाहिए, वास्तु शास्त्र के मुताबिक, नुकाली चीजें गिफ्ट में देने से घर में निगटेविटी आती है और रिश्तों पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
पुराने कपड़े और इस्तेमाल की गई चीज
रक्षाबंधन पर अपनी बहन को घर की पुरानी या टूटी-फूटी चीज या पहने हुए कपड़े न दें। वास्तु के मुताबिक, ऐसा करने से अशुभता घर आती है और दोनों के रिश्तों में भी खटास आ सकती है।
घड़ी
सनातन धर्म में घड़ी को समय का प्रतीक माना गया है, इसे गिफ्ट के रूप में देने का मतलब है कि आप उस व्यक्ति को अच्छे समय से दूर कर रहे हैं। घड़ी को गिफ्ट देने से जातक के जीवन में नकारात्मकता आने के साथ रिश्तों में दूरियां बढ़ सकती हैं।