बेरोजगार युवाओं को नौकरी की बजाय लॉटरी में धकेल रही सुक्खू सरकार : राजीव बिंदल

शिमला{ गहरी खोज }: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार के लॉटरी खोलने के फैसले पर विपक्षी दल भाजपा ने तीखा विरोध जताया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि कांग्रेस ने चुनाव में एक लाख पक्की नौकरियों का वादा किया था, लेकिन अब बेरोजगार युवाओं को नौकरी की जगह लॉटरी की ओर धकेल रही है।
बिंदल ने कहा कि प्रदेश पहले ही नशे, शराब और चिट्टे की चपेट में है, अब सरकार ने लॉटरी को बढ़ावा देकर युवाओं को एक और नशे में धकेलने का काम किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि नियमों के खिलाफ नेशनल हाईवे और लोक निर्माण विभाग की जमीन पर शराब के ठेके खोले जा रहे हैं, जबकि गरीब अगर सड़क किनारे मक्की बेच दे तो उसका चालान कर दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार आने पर इस फैसले को तुरंत वापस लिया जाएगा। बिंदल ने याद दिलाया कि पूर्व में भाजपा सरकार ने 1998 में लॉटरी को बंद किया था और 2007 में वीरभद्र सिंह ने भी इसे रोका था, लेकिन अब सुक्खू सरकार फिर से इसे शुरू कर रही है जिससे कई घर बर्बाद होंगे।
बिंदल ने सुक्खू सरकार को दमनकारी सरकार बताते हुए कहा कि जो भी सरकार की नीतियों का विरोध करता है, उस पर झूठे मुकदमे, एफआईआर और तबादले किए जाते हैं। सिरमौर और मंडी के आपदा प्रभावित इलाकों में भी सरकार ने लोगों की आवाज दबाने के लिए मुकदमे दर्ज किए हैं। उन्होंने कहा कि मंडी के सिराज क्षेत्र में तिरंगे की आड़ में 72 लोगों पर देशद्रोह के केस किए गए, जिनमें एक व्यक्ति जेल में भी है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस सरकार को बताना चाहिए कि आपदा राहत के लिए अभी तक स्टेट हेड से कितना पैसा खर्च किया। उन्होंने दावा किया कि 2022 से 2025 तक सुक्खू सरकार ने सिर्फ 150 करोड़ रुपये खर्च किए हैं, जबकि केंद्र सरकार ने हिमाचल को 7513 करोड़ रुपये की मदद दी है। इसके अलावा मनरेगा और प्रधानमंत्री आवास योजना से भी प्रदेश को अलग मदद मिली है। बिंदल ने कहा कि भाजपा नेताओं के प्रयास से भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) भी प्रदेश को आपदा में सहयोग देने को तैयार है और इस बारे में केंद्रीय मंत्री मोहनलाल खट्टर से बातचीत हो चुकी है। उन्होंने ऐलान किया कि भाजपा 6 अगस्त को मंडी में इस दमनकारी और जनविरोधी फैसले के खिलाफ विशाल धरना प्रदर्शन करेगी। साथ ही भाजपा की सरकार बनने पर बंद की गई स्वास्थ्य, शिक्षा समेत सभी संस्थाओं को फिर से खोला जाएगा, ताकि जनता को राहत मिल सके।