बाघों को बचाकर जंगलों की ‘आत्मा’ को बचाएं: स्टालिन

चेन्नई{ गहरी खोज }: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने आज कहा कि बाघों को बचाकर ही जंगलों की ‘आत्मा’ की रक्षा की जा सकती है।
उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपने संदेश में कहा “तमिलनाडु गर्व से गर्जना करता है।एनटीसीए के अनुसार 306 बाघों के साथ यह सफलता हमारे वन कर्मचारियों और शिकार-रोधी टीमों के कंधों पर है जो दुर्गम इलाकों में उनके महत्वपूर्ण आवासों की रक्षा करते हैं।”
श्री स्टालिन ने बताया कि वन संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए राज्य में 1947 क्षेत्रीय पद भरे गए हैं। इसके लिए वन विभाग को आधुनिक उपकरणों, तकनीकों और विशेषज्ञ पशु चिकित्सकों से लैस किया गया है। संगठित वन्यजीव अपराध पर अंकुश लगाने के लिए तमिलनाडु वन और वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो (टीएनडब्ल्यूएफसीसीबी)की एक विशेष इकाई का गठन किया गया है।
उन्होंने कहा “अपने बाघों को बचाकर ही हम अपने जंगलों की ‘आत्मा’ की रक्षा कर रहे हैं।”