मालदीव के मामलों में किसी भी देश को हस्तक्षेप नहीं करने देंगे: मुइज्जू

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माले/नई दिल्ली { गहरी खोज }: मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज़्ज़ू ने शनिवार को ज़ोर देकर कहा कि उनकी सरकार की किसी भी देश को अपने मामलों में हस्तक्षेप नहीं करने देने की स्पष्ट नीति है और मालदीव के लोग देश की एक-एक इंच जमीन की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।
श्री मुइज्जू मालदीव के 60वें स्वतंत्रता दिवस पर मालदीव राष्ट्रीय रक्षा बल (एमएनडीएफ) और मालदीव पुलिस सेवा (एमपीएस) को संबोधित कर रहे थे। मालदीव के इतिहास में यह पहला अवसर है जब राष्ट्रपति ने संयुक्त समारोह में दोनों बलों को संबोधित किया हो।
मालदीव की दो दिन की राजकीय यात्रा पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समारोह में मुख्य अतिथि थे।
पुलिस और रक्षा बलों को सरकार द्वारा दी जाने वाली प्राथमिकता का उल्लेख करते हुए राष्ट्रपति मुइज़्ज़ू ने कहा कि इसे लेकर पहले भी कई बार सवाल उठते रहे हैं।
मालदीव के विशाल समुद्री क्षेत्र की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि देश की अपेक्षाकृत कम आबादी के बावजूद, मालदीव के लोग स्वयं ही मातृभूमि की रक्षा और सुरक्षा की ज़िम्मेदारी उठाएँगे।
साथ ही उन्होंने माना कि मालदीव को कुछ संसाधनों और तकनीकी विशेषज्ञता के लिए अन्य देशों पर निर्भर रहना होगा, और इस संबंध में उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय भागीदारों के साथ सहयोग करने की सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
राष्ट्रपति ने उन राष्ट्रीय नायकों को भी श्रद्धांजलि दी जिनके बलिदान से देश को स्वतंत्रता मिली। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रत्येक मालदीववासी को इस विरासत को संजो कर रखना चाहिए। उन्होंने भावी पीढ़ियों के लाभ के लिए देश की स्वतंत्रता और सुरक्षा को बनाए रखने की साझा ज़िम्मेदारी पर ज़ोर दिया।
मालदीव की स्वतंत्रता के इतिहास की चर्चा करते हुए राष्ट्रपति ने देश की संप्रभुता बनाए रखने के लिए राष्ट्रीय रक्षा बलों के प्रति गहरी कृतज्ञता व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि मालदीव राष्ट्रीय रक्षा बल (एमएनडीएफ) और मालदीव पुलिस सेवा (एमपीएस) को मज़बूत और आधुनिक बनाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी।

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