तमिलनाडु में 4800 करोड़ की विकास परियोजनाओं का करेंगे शिलान्यास, उद्घाटन

नई दिल्ली{ गहरी खोज }: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ब्रिटेन और मालदीव की राजकीय यात्रा से स्वदेश लौटने के बाद 26 जुलाई को तमिलनाडु के तूतीकोरिन में 4800 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री के दो दिवसीय तमिलनाडु दौरे का कार्यक्रम साझा करते हुए यह जानकारी दी।
बयान में कहा गया है कि 27 जुलाई को प्रधानमंत्री तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली स्थित गंगईकोंडा चोलपुरम मंदिर में दोपहर करीब 12 बजे आदि तिरुवथिरई महोत्सव के साथ महान चोल सम्राट राजेंद्र चोल प्रथम की जयंती के उत्सव में भाग लेंगे। इस अवसर पर वह महान चोल सम्राट राजेंद्र चोल प्रथम की जयंती पर एक विशेष स्मृति सिक्का भी जारी करेंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी 26 जुलाई को रात 8 बजे तूतीकोरिन में आयोजित जनसभा में भाग लेंगे और कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे। इनमें 450 करोड़ की लागत से निर्मित तूतीकोरिन हवाई अड्डे का नया टर्मिनल भवन शामिल है। इसकी प्रति वर्ष 20 लाख यात्रियों को संभालने की क्षमता होगी। यह टर्मिनल ऊर्जा दक्षता, जल पुनः उपयोग और हरित भवन मानकों के आधार पर डिजाइन किया गया है।
इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी दो प्रमुख राजमार्ग परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इनमें एनएच-36 के सेठियाथोप–चोलापुरम खंड को 4-लेन बनाना तथा एनएच-138 के तूतीकोरिन बंदरगाह मार्ग को 6-लेन का बनाना है। इन परियोजनाओं से क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में बढ़ोतरी होगी और माल परिवहन लागत में कमी आएगी।
प्रधानमंत्री वीओ चिदंबरनार पोर्ट पर 285 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित नॉर्थ कार्गो बर्थ-III का उद्घाटन भी करेंगे, जिससे सूखे थोक माल की ढुलाई की क्षमता बढ़ेगी। साथ ही, प्रधानमंत्री दक्षिणी तमिलनाडु में तीन प्रमुख रेलवे अवसंरचना परियोजनाओं को समर्पित करेंगे। इनमें मदुरै-बोदिनायक्कनूर रेल लाइन का विद्युतीकरण, नागरकोइल टाउन-कन्याकुमारी खंड का दोहरीकरण जैसी रेल परियोजनाएं भी समर्पित की जाएंगी। प्रधानमंत्री ऊर्जा क्षेत्र में कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र की इकाइयों से बिजली के वितरण के लिए 550 करोड़ रुपये की अंतरराज्यीय ट्रांसमिशन प्रणाली की आधारशिला रखेंगे।