शिवलिंग का भस्म से अभिषेक करने पर क्या होता है? जान लें नियम और परिणाम

धर्म { गहरी खोज } :सभी देवताओं में भगवान शिव एकमात्र ऐसे देवता हैं जिनका भस्म से अभिषेक किया जाता है। जहां बाकी देवी-देवता आभूषण और वस्त्र धारण करते हैं वहीं महादेव भस्म अपने शरीर पर लगाना पसंद करते हैं। भस्म को नश्वरता का प्रतीक भी माना जाता है, भस्म इस बात का प्रतीक भी है कि अंत में हम सभी ने राख ही बन जाना है। शिव भगवान अपने शरीर पर भस्म लगाकर इस बात का भी संकेत देते हैं कि संसार में कोई भी चीज स्थायी नहीं है। इसलिए भस्म को परम सत्य का सूचक भी माना गया है। वर्तमान में सावन का पवित्र माह चल रहा है और इस दौरान शिव भक्त शिवलिंग का भस्म से भी अभिषेक करते हैं। ऐसे में आज हम आपको बताने वाले हैं कि भस्माभिषेक करने से क्या होता है और इससे क्या परिणाम आपको प्राप्त होते हैं।
शिवलिंग का भस्म से अभिषेक करने पर क्या होता है?
- भस्म भगवान शिव को अतिप्रिय है इसलिए भस्म से अगर आप शिवलिंग का अभिषेक करते हैं तो आपकी सभी कष्टों का निवारण भगवान शिव कर देते हैं।
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शिवलिंग पर भस्म अर्पित करने से मोह-माया के जाल से भी व्यक्ति को मुक्ति मिलती है। जो लोग आध्यात्मिक पथ पर आगे बढ़ना चाहते हैं उन्हें शिवलिंग का भस्म से अभिषेक करने पर अलौकिक अनुभव प्राप्त हो सकते हैं।
- भस्म से अगर आप शिवलिंग का अभिषेक करते हैं तो नकारात्मक ऊर्जा आपके आसपास नहीं रहती, साथ ही आप बुरी नजर से भी बचते हैं।
- भस्म का अभिषेक करने पर घर में शांति, सद्भाव और संतुलन बना रहता है। साथ ही परिवार के लोगों का आत्मिक विकास भी शिवलिंग का भस्म से अभिषेक करने पर होता है।
- शिवलिंग का अगर आप भस्म से अभिषेक करते हैं तो आपको सांसारिक और आध्यात्मिक दोनों क्षेत्रों में शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
शिवलिंग पर भस्म चढ़ाने के नियम - भस्म से शिवलिंग का अभिषेक करने से पहले आपको स्नान-ध्यान आदि कर लेना चाहिए।
- भस्माभिषेक करने के लिए सुबह और सूर्यास्त के बाद का समय (प्रदोष काल) शुभ माना जाता है।
- इस बात का हमेशा ख्याल रखें कि शिवलिंग पर चढ़ाई जाने वाली भस्म पवित्र हो।
- भस्म अगर लकड़ी, गोबर या यज्ञ की आग से बनी हो तभी इसे शुद्ध माना जाता है।
- भस्म लगाते समय भगवान शिव के मंत्र ‘ॐ नमः शिवाय’ का आपको जप करना चाहिए।
- शिवलिंग का भस्माभिषेक करने के बाद उस भस्म से तिलक आपको भी करना चाहिए।