ममता ने ‘शहीद दिवस’ पर श्रद्धांजलि अर्पित की

कोलकाता{ गहरी खोज }:पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने आज पार्टी के प्रमुख वार्षिक राजनीतिक कार्यक्रम ‘शहीद दिवस’ के अवसर पर 13 शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
सुश्री बनर्जी ने अपने एक्स हैंडल पर कहा, ‘मैं अपने उन 13 साथी सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करती हूँ जिन्होंने 21 जुलाई, 1993 को माकपा पुलिस की बर्बरता के सामने अपने प्राणों की आहुति दे दी, जिन्होंने उन पर अंधाधुंध गोलीबारी की थी।’
मुख्यमंत्री ने लिखा ‘बंधन दास, मुरारी चक्रवर्ती, रतन मंडल, बायोस्वनाथ रॉय, कल्याण बनर्जी, आशिम दास, केशव बैरागी, श्रीकांत शर्मा, दिलीप दास, रंजीत दास, प्रदीप रॉय, मोहम्मद खालिक और इनु पुलिस गोलीबारी में शहीद हो गए,’ क्योंकि इन्होंने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के कथित कुशासन के विरोध में आयोजित रैली में हिस्सा लिया था।
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा, ‘हम इस दिन को उन 13 वीरों की श्रद्धांजलि के रूप में मनाते हैं जिन्होंने माँ, माटी और मानुष की लड़ाई में अपने प्राणों की आहुति दी और यह हमारे संवैधानिक मूल्यों की किसी भी कीमत पर रक्षा करने की हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि है।’
उन्होंने कहा कि स्वतंत्र, निडर और सम्मान के साथ मतदान का अधिकार ‘जिसे आज हम आज खास तबज्जों नहीं देते है’ एक समय बंगाल के लोगों को एक दमनकारी शासन में इसका उपयोग नहीं करने दिया गया था। इस बार उनका निशाना भाजपा थी। उन्होंने दोहराया कि हाल के दिनों में देश भर के भाजपा शासित राज्यों में बंगाली भाषी लोगों को परेशान किया गया है।
उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे शहीद दिवस’ पर आयोजित खुली रैली में शामिल हों और उनके योगदान को याद करें। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘बंगाल के लोगों से मैं यही कहती हूँ: शांति से आइए, पूरी ताकत से आइए। अगर बारिश भी हो, तो इसे शहीदों के आँसुओं के रूप में देखा जाए जो हमें याद दिलाते हैं कि हम क्यों इकट्ठा होते हैं, हम क्यों याद करते हैं और हमें लोकतंत्र के लिए लड़ना क्यों नहीं छोड़ना चाहिए।’