विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अपर मुख्य सचिव, पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव और औद्योगिक नीति एवं निवेश संवर्धन विभाग के प्रमुख सचिव ने बार्सिलोना में इन्वेस्ट इन एमपी बिजनेस फोरम मीट को संबोधित किया बार्सिलोना{ गहरी खोज }: स्पेन में भारत के महावाणिज्यदूत इंबासेकर सुंदरमूर्ति ने कहा कि मध्य प्रदेश का प्रतिनिधिमंडल जिस गंभीरता और तीव्रता से कार्य कर रहा है, वह प्रशंसनीय है। अंतरराष्ट्रीय मंचों पर जहां व्यापारिक समझौतों में महीनों लगते हैं, वहीं मध्य प्रदेश ने पहली ही बैठक में एमओयू कर एक नई कार्य संस्कृति प्रस्तुत है। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व को ‘वाइब्रेंट’ बताते हुए कहा कि एक प्रभावशाली टीम का आधार उसका नेतृत्व होता है, और मध्य प्रदेश इसका उत्कृष्ट उदाहरण है। उन्होंने इंदौर की स्वच्छता, नवाचार और शहरी प्रबंधन को प्रदेश की प्रशासनिक दक्षता का प्रतीक बताया। सुंदरमूर्ति शुक्रवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की यूरोप यात्रा के तीसरे दिन बार्सिलोना में इन्वेस्ट इन एमपी बिजनेस फोरम मीट में ‘इन्वेस्ट मध्य प्रदेश’ सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की निवेश-अनुकूल नीतियां, कानून-व्यवस्था और सिंगल विंडो जैसी सुविधाएं यूरोपीय निवेशकों के लिए भरोसे का वातावरण निर्मित करती हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत, विशेष रूप से मध्यप्रदेश, वैश्विक निवेश के लिए उतना ही सुरक्षित और सक्षम है जितना कोई विकसित देश। कैटालोनिया के तारागोना में स्थापित भारतीय व्यापार केंद्र विशेष रूप से मध्य प्रदेश जैसे राज्यों के व्यापारिक प्रतिनिधियों के लिए लाभकारी होगा। उन्होंने मध्य प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रॉनिक्स डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन और स्पेन की कंपनी सबमर टेक्नोलॉजीज के बीच हुए समझौते को डिजिटल ग्रीन इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक पहल बताया। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय दुबे ने कहा कि मध्य प्रदेश भारत का नया टेक हब बनकर उभर रहा है। देश की तकनीकी प्रगति अब बड़े शहरों से नहीं बल्कि भोपाल और इंदौर जैसे टियर टू शहरों से निर्धारित हो रही है और इस बदलाव में राज्य की अग्रणी भूमिका है। राज्य रिन्युएबल एनर्जी क्षेत्र में प्रगति कर रहा है। यहां उद्योगों को 24×7 ग्रीन एनर्जी उपलब्ध कराने की क्षमता है, जो कि आईटी संबंधित उद्योगों की सबसे बड़ी आवश्यकता है। राज्य में टेक्नोलॉजी आधारित निवेश को बढ़ाने के लिये आईटी और संबंधित क्षेत्रों के लिये अलग-अलग नीतियां लागू की गई है। इन नीतियों में ड्रोन प्रमोशन एण्ड यूसेज, एवीजीसी, सेमीकण्डक्टर एवं आईटी, आईटीएस और ईएसडीएम नीति शामिल है। शीघ्र ही एमपी स्पेस टेक नीति-2025 भी लागू की जाएगी। पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि मध्य प्रदेश, इतिहास और विरासत की भूमि है। भारत में स्थित यूनेस्को की 62 विश्व धरोहर है जिसमें से 18 मध्य प्रदेश में है। संस्कृति और आध्यात्म की दृष्टि से मध्य प्रदेश अत्यंत समृद्ध है। प्रदेश में 2 ज्योतिर्लिंग के साथ विश्व की प्राचीनतम नदियों में से एक और प्रदेश में पूजनीय नदी मां नर्मदा बहती है। आज के तनाव भरे जीवन में मां नर्मदा के किनारे स्थित सभी स्थल अध्यात्म और सकारात्मक ऊर्जा से भर देते हैं। उन्होंने मध्य प्रदेश पर्यटन नीति 2025 की विशेषता बताते हुए कहा कि पर्यटन क्षेत्र में निवेशकों के लिए प्रदेश में अपार संभावनाएं है। प्रदेश में हॉस्पिटैलिटी, वेलनेस टूरिज्म, एडवेंचर टूरिज्म आदि विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के अवसर है। औद्योगिक नीति एवं निवेश संवर्धन विभाग के प्रमुख सचिव राघवेन्द्र सिंह ने कहा कि मप्र अपार संभावनाओं का भरोसेमंद निवेश स्थल है। प्रदेश का भौगोलिक विस्तार, संसाधनों की उपलब्धता, कुशल मानव संसाधन और स्थिर नेतृत्व इसे उद्योगों के लिए सबसे उपयुक्त गंतव्य बनाते हैं। स्पेन और भारत के बीच व्यापारिक संबंध लगातार सुदृढ़ हो रहे हैं। वर्ष 2024 में भारत से स्पेन को 5.93 बिलियन यूरो का निर्यात हुआ, जिसमें मध्यप्रदेश का योगदान 58.5 मिलियन यूरो का रहा। यह हमारी निर्यात क्षमता और वैश्विक बाजार की मांग के प्रति तत्परता को दर्शाता है। विशेष रूप से ऑर्गेनिक केमिकल्स, इलेक्ट्रिकल मशीनरी और वस्त्र जैसे क्षेत्र इसमें अग्रणी हैं।