शुक्रवार के दिन रखा जाएगा शीतलाष्टमी का व्रत, इन 7 उपायों को करने से दूर होगी हर समस्या

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धर्म { गहरी खोज } :शुक्रवार 18 जुलाई के दिन शीतलाष्टमी है। शीतलाष्टमी के पर्व को स्थानीय भाषा में बासौड़ा या बूढ़ा बसौड़ा नामों से भी जाना जाता है। इस दिन बासी या ठंडा भोजन खाने की परंपरा है। साथ ही इस दिन ठंडे पानी से नहाने का भी रिवाज है। शीतलाष्टमी के दिन ऐसा क्यों किया जाता है, इसके पीछे एक वैज्ञानिक कारण भी है। दरअसल शीतला अष्टमी का यह पर्व हमें पर्यावरण को स्वच्छ और सुरक्षित रखने की प्रेरणा देता है। इस दिन साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है। शीतला अष्टमी व्रत के दिन माताएं अपने बच्चों और अपने परिवार के अच्छे स्वास्थ्य के लिये शीतला माता के निमित्त व्रत रखती हैं। इसके साथ ही कई ऐसे उपाय भी हैं जिन्हें इस दिन करने से आपकी सभी समस्याएं दूर हो सकती है।

शुक्रवार और शीतलाष्टमी के दिन करें ये उपाय

  1. अगर आप अपने घर-परिवार की सुख-समृद्धि में बढ़ोतरी करना चाहते हैं तो शीतलाष्टमी को स्नान आदि के बाद शीतला मां का ध्यान करते हुए घर पर ही एक आसन बिछाकर बैठना चाहिए और मंत्रमहोद्धि में दिये देवी मां के इस नौ अक्षरों के मंत्र का जाप करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है- ‘ऊँ ह्रीं श्रीं शीतलायै नमः।’ इस मंत्र का कम से कम 1 माला, यानि 108 बार जप करना चाहिए। इस प्रकार देवी मां के मंत्र का जप करने से आपके घर-परिवार की सुख-समृद्धि में बढ़ोतरी होगी।
  2. अगर आप देवी भगवती की कृपा अपने ऊपर बनाये रखना चाहते हैं और उनकी कृपा से जीवन में सफलता पाना चाहते हैं तो शीतलाष्टमी पर आपको भगवती शीतला की वन्दना करनी चाहिए और उनके इस मंत्र का जप करना चाहिए। मंत्र है- वन्देहं शीतलां देवीं रासभस्थां दिगम्बराम्। मार्जनी कलशोपेतां सूर्प अलंकृत मस्तकाम्। देवी भगवती के इस मंत्र का जप करने से उनकी कृपा आप पर बनी रहेगी और आप जीवन में खूब सफलता पायेंगे।
  3. अगर आप अपने हर काम में लाभ पाना चाहते हैं और कामयाबी हासिल करना चाहते हैं तो आपको स्नान आदि के बाद दूध-चावल की खीर बनानी चाहिए और उससे देवी मां को भोग लगाना चाहिए। देवी मां को भोग लगाने के बाद बाकी खीर को प्रसाद के रूप में बच्चों में बांट दें और थोड़ा-सा प्रसाद स्वयं भी खा लें। ऐसा करने से आपको अपने हर काम में लाभ मिलेगा और कामयाबी हासिल होगी।
  4. अगर आपको किसी भी प्रकार का भय या स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या आदि बना रहता है तो इस सबसे छुटकारा पाने के लिये आपको शीतलाष्टक स्तोत्र में दिये माता शीतला के इस मंत्र का जप करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है- वन्देSहं शीतलां देवीं सर्वरोग भय अपहाम्। यामासाद्य निवर्तेत विस्फोटक भयं महत्। माता शीतला के इस मंत्र का जप करने से आपको हर प्रकार के भय या स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या से छुटकारा मिलेगा और जीवन में आपकी तरक्की होगी।
  5. अगर आप अपनी नौकरी को लेकर कुछ परेशान हैं तो उस परेशानी से छुटकारा पाने के लिये आपको स्नान आदि के बाद शीतला चालीसा का पाठ करना चाहिए और पाठ करने के बाद देवी मां को पुष्प अर्पित करने चाहिए। शीतला चालीसा का केवल एक बार पाठ करने से ही आपको नौकरी में जो भी परेशानी आ रही हैं, उससे जल्द ही आपको छुटकारा मिलेगा।
  6. अगर आप अपनी दिन-दोगनी, रात-चौगनी तरक्की देखना चाहते हैं तो आपको शीतला माता के आगे घी का दीपक जलाना चाहिए और उनकी आरती का एक बार पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से आपकी तरक्की अवश्य होगी।
  7. अगर आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर करना चाहते हैं और लंबी आयु का वरदान पाना चाहते हैं, तो आपको माता शीतला के इस मंत्र का जप करना चाहिए। मंत्र है- मृणाल तन्तु सदृशीं नाभि हृन्मध्य संस्थिताम्। यस्त्वां संचिन्त येद्देवि तस्य मृत्युर्न जायते। माता शीतला के इस मंत्र का जप करने से आपका स्वास्थ्य बेहतर रहेगा और आपको लंबी आयु का वरदान प्राप्त होगा।

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