किसानों की जरूरत के हिसाब से होगा शोधः शिवराज सिंह

नई दिल्ली{ गहरी खोज }: केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को कहा कि किसानों की जरूरत के हिसाब से शोध किया जाएगा। इसके लिए विशेष टीम का गठन होगा ताकि मांग के अनुरूप रिसर्च का काम शुरू हो सके।
कृषि मंत्री चौहान ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के स्थापना दिवस के कार्यक्रम में किसानों से अपील की कि वे नकली खाद-बीज की शिकायत टोल फ्री नंबर (18001801551) पर करें ताकि उन पर कार्रवाई की जा सके। उन्होंने कहा कि बीज और पेस्टिसाइड के लिए अधिनियम बनाया जा रहा है जिसमें कड़ी से कड़ी सजा का प्रावधान किया जाएगा।
आईसीएआर के स्थापना दिवस पर सभी वैज्ञानिकों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए चौहान ने कहा कि आज गर्व है कि देश के अन्न के भंडार भर रहे हैं, गेहूं एक्सपोर्ट किया जा रहा है। चावल हमारे पास इतना है कि रखने की जगह नहीं है। हमने इस साल रिकॉर्ड उत्पादन किया है। उन्होंने कहा कि हमारा खाद्यान उत्पादन हरित क्रांति के दौरान 1966-79 तक 2.7 मिलियन टन हर साल बढ़ा। वर्ष 1980-90 तक 6.1 मिलियन टन, 1990-2000 तक 3.9 मिलियन टन, 2000-13 तक 3.9 मिलियन टन था, लेकिन 2014 से 2025 तक हर साल 8.1 मिलियन टन के हिसाब बढ़ा है। हरित क्रांति ने देश की दिशा बदल दीं।