मैराथन धावक फौजा सिंह को कार से टक्कर मारने के आरोप में एक प्रवासी व्यक्ति गिरफ्तार

जालंधर{ गहरी खोज } : मैराथन धावक फौजा सिंह (114) को कार से टक्कर मारकर घायल करने के आरोप में पुलिस ने प्रवासी (एनआरआई) अमृतपाल सिंह ढिल्लों (26) को गिरफ्तार किया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) हरिवंदर सिंह विर्क ने बुधवार को यहां एक प्रेस सम्मेलन में बताया कि पुलिस ने घटना के तीस घंटों के भीतर मामले को सुलझाते हुए आरोपी ढिल्लों को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया था। ढिल्लों करतारपुर के दसूपुर गाँव का निवासी है और कनाडा में रहता है। वह आठ दिन पहले ही भारत आया था।
उन्होने कहा कि पूछताछ में ढिल्लों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है और बताया है कि घटना के समय वह अकेला था और भोगपुर से किशनगढ़ की ओर जा रहा था। जब वह ब्यास पिंड के पास पहुंचा तो एक बुजुर्ग उनकी गाड़ी की चपेट में आ गया। उन्हें ये नहीं पता था कि बुजुर्ग फौजा सिंह हैं। जब देर रात खबरें आनी शुरू हुईं तो फौजा सिंह की मौत के बारे में पता चला।
पुलिस ने उसकी फॉर्च्यूनर कार को भी जब्त कर लिया है। ढिल्लों को आज अदालत में पेश किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि आरोपी ढिल्लो ने 14 जुलाई को सड़क पार करते समय अपनी फॉर्च्यूनर एसयूवी कार से फौजा सिंह को टक्कर मार दी थी जिससे वह गंभीर रुप से घायल हो गए थे। बाद में श्री फौजा सिंह ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
एसएसपी ने बताया कि मामले की जांच के लिए बनाई गई टीम ने कुछ गाड़ियां लिस्ट आउट की थीं। उन्होंने बताया कि उनमें से एक फॉर्च्यूनर गाड़ी की पहचान मंगलवार देर शाम की गई। नंबर से पता चला कि गाड़ी कपूरथला के अठौली गांव के रहने वाले वरिंदर सिंह के नाम पर रजिस्टर्ड है। जिसके बाद जालंधर पुलिस की टीमें कपूरथला रवाना हुईं और वरिंदर तक पहुंचीं। वरिंदर सिंह से पूछताछ में पता चला कि कनाडा से आए एक प्रवासी अमृतपाल सिंह ढिल्लों ने उसकी कार खरीदी थी। अमृतपाल के पिता का निधन हो चुका है, उसकी तीन बहनें हैं और उसकी मां कनाडा में रहती हैं।
फौजा सिंह का अभी तक उनका अंतिम संस्कार नहीं किया गया है। परिवार के लोगों का कहना है कि उनके बेटे, बेटियां और अन्य रिश्तेदार कनाडा से आ रहे हैं। उनके आने के बाद ही अंतिम संस्कार किया जाएगा।