मुड़िया मेला : 3.65 लाख यात्रियों से 3.16 करोड़ रुपये का राजस्व

–रेलवे ने तीर्थयात्रियों को प्रदान की उत्कृष्ट सेवाएं
प्रयागराज{ गहरी खोज }: उत्तर मध्य रेलवे द्वारा पांच से 12 जुलाई तक आयोजित हुए प्रसिद्ध मुड़िया मेला के दौरान मेले में आ रहे तीर्थयात्रियों को सुगम और आरामदायक यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए बहुत से सुनियोजित और सुव्यवस्थित प्रयास किये गये। जिससे रेलवे को 3.16 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित हुआ और श्रद्धालुओं में बढ़ोत्तरी हुई।
वरिष्ठ जनसम्पर्क अधिकारी अमित मालवीय ने रविवार को बताया कि इस मेले में लाखों श्रद्धालुओं की उपस्थिति रहती है और उनकी सुविधा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता थी। मेले के दौरान यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए, उत्तर मध्य रेलवे ने कुल ’208 मेला स्पेशल ट्रेनें’ चलाईं। इनमें से ’68 अन्य सेवाएं विस्तारित भी की गई थीं। इससे दूरदराज से आने वाले तीर्थयात्रियों को भी मथुरा तक सीधी पहुंच मिल सकी। इन विशेष ट्रेनों को चलाने का मुख्य उद्देश्य श्रद्धालुओं को बिना किसी परेशानी के अपने गंतव्य तक पहुंचाना और वापसी यात्रा को भी सुगम बनाना था।
–अतिरिक्त कोच और अस्थायी ठहरावपीआरओ ने बताया कि तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या को समायोजित करने के लिए, विभिन्न नियमित ट्रेनों में 40 अतिरिक्त कोच भी जोड़े गए। जिससे यात्रियों को भीड़भाड़ से राहत मिली। इसके साथ ही, चार महत्वपूर्ण मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों को मथुरा में ’अस्थायी ठहराव’ प्रदान किया गया। इससे इन प्रमुख ट्रेनों से यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को सीधे मथुरा स्टेशन पर उतरने की सुविधा मिली, जिससे उनका समय और ऊर्जा दोनों की बचत हुई।
–यात्रियों की संख्या और राजस्व में उल्लेखनीय वृद्धिउन्होंने बताया कि मुड़िया मेला की अवधि के दौरान, उत्तर मध्य रेलवे ने कुल ’3.65 लाख आउटवर्ड यात्रियों’ को सेवा प्रदान की। यह संख्या पिछले वर्ष की मेला अवधि की तुलना में लगभग 25 प्रतिशत अधिक है। यात्रियों की संख्या में वृद्धि के साथ-साथ, रेलवे को 3.16 करोड़ रुपये का राजस्व भी प्राप्त हुआ, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 25 प्रतिशत की वृद्धि है।
उत्तर मध्य रेलवे सभी धार्मिक आयोजनों और विशेष अवसरों पर यात्रियों को उत्कृष्ट और सुरक्षित सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। मुड़िया मेला 2025 की सफलता हमें भविष्य में और बेहतर सुविधाओं के लिए प्रेरित करती है।