श्रावण महोत्सव 2025 के प्रथम दिवस वडोदरा के चिंतन उपाध्याय का शास्त्रीय ध्रुपद गायन

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उज्जैन{ गहरी खोज }: श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के गौरवशाली आयोजन 20 वॉ अखिल भारतीय श्रावण महोत्सव 2025 शिव सम्भवम की प्रथम संध्या में दीप प्रज्जवलन के पश्चात कार्यक्रम के प्रारंभ में पहली प्रस्तुति चिंतन उपाध्याय के शास्त्रीय गायन की हुई । पश्चात उज्जैन की डॉ.सतीश गोथरवाल के निर्देशन में संस्था पंडित विष्णु नारायण भातखंडे कला संस्थान द्वारा ताल वाद्य कचहरी की प्रस्तुति हुई। कार्यक्रम का समापन इंदौर की संस्था कार्तिक कला अकादमी की निर्देशिका सुश्री सुचित्रा हरमलकर के निर्देशन में कथक नृत्य की प्रस्तुति से हुआ |
श्रावण महोत्सव 2025 की प्रथम संध्या की प्रथम प्रस्तुति का प्रारंभ चिंतन उपाध्याय ने राग मालकोंस के अंतर्गत संक्षिप्त आलाप से किया। उसके बाद राग मालकोंस में चौताल में ध्रुपद बंदिश पूजन चली महादेव……एवं सूल ताल में शंकर गिरजापति……प्रस्तुति के पश्यात प्रस्तुति का समापन सूल ताल राग शंकरा में ध्रुपद बंदिश प्रथम आदि शिवशक्ति……..से किया। आपके साथ पखावज पर श्री प्रताप अवाड, तानपुरे पर क्रिश इटालिया व अंकुश चौधरी ने संगत की ।
दूसरी प्रस्तुति डॉ. सतीश गोथरवाल के निर्देशन में उज्जैन की संस्था पंडित विष्णु नारायण भातखंडे कला संस्थान द्वारा ताल वाद्य कचहरी की प्रस्तुति हुई | जिसमे टीमडी, मादल, तबला, पखावज, मटकी, नाल, डफ, ढोलक व सारंगी वाद्यों के साथ ताल वाद्य कचहरी की प्रस्तुति हुई। प्रस्तुति में समूह द्वारा मोहरा, उठान, पेशकार, कायदा बोल, सवाल-जवाब, चाला, शिवपरन, कवित्त व अंत में तिहाई की प्रस्तुति दी गई | प्रस्तुति देने वाले समूह में डॉ. पंकज पांचाल सारंगी पर, दक्ष गोथरवाल टीमडी, मादल, तबला पर, दिव्यांशु बुन्देल मटकी व तबला पर, शरद सूर्यवंशी तबला पर, पं. चंद्रशेखर व्यास पखावज पर, श्री केशव सोलंकी नाल पर प्रधुम्न धरवा डफ वाद्य पर, श्री कृष्णा पवार ढोलक पर सम्मिलित थे |
अंतिम प्रस्तुति इंदौर की संस्था कार्तिक कला अकादमी की निर्देशिका सुचित्रा हरमलकर के निर्देशन में कथक नृत्य की हुई। प्रस्तुति का प्रारंभ शिव स्तुति हर-हर-हर भूतनाथ पशुपति योगेश्वर शिव पिनक पाणी……से किया गया | उसके पश्यात श्री रामचरित मानस के मार्मिक प्रसंग जटायु मोक्ष की प्रस्तुति दी गई | कवि जयदेव कृत दशावतार की प्रस्तुति व समापन द्रुत तीनताल में कथक के विशिष्ट अंगों के साथ तराना की प्रस्तुति से किया | प्रस्तुति की संकल्पना व निर्देशन गुरु डॉ.सुचित्रा हरमलकर की है | गुरु डॉ.सुचित्रा हरमलकर के साथ डॉ.योगिता मंडलिक, प्रीती राजगुरु, डॉ.निवेदिता पंड्या, फाल्गुनी जोशी, साक्षी सोलंकी, उन्नति जैन, श्वेता कुशवाह,दिव्यज्योति, सुश्री अपर्णा सानप ने मंच पर प्रस्तुति दी |
कार्यक्रम के प्रारंभ में दीप प्रज्जवलन मुख्य अतिथि महंत श्री विनित गिरी जी महाराज श्री महंत पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा श्री महाकालेश्वर मंदिर व श्रीमती कलावती यादव, ननीय सभापति नगर पालिक निगम, उज्जैन द्वारा किया। दीपप्रज्जवलन के पश्चात श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के उपप्रशासक श्री एस.एन.सोनी व श्रीमती सिम्मी यादव द्वारा सभी गणमान्य अतिथियों का दुपट्टा, प्रसाद व स्मृति चिन्ह़् देकर सम्मान किया गया। इसके पश्चात अतिथियों द्वारा प्रस्तुति हेतु पधारे सभी कलाकारों एवं सहयोगी कलाकारों का दुपट्टा, प्रसाद व स्मृति चिन्ह़् देकर स्वागत व सम्मान किया गया। मंच संचालन श्री सुदर्शन अयाचित द्वारा किया गया। 19 जुलाई 2025 को इंदौर के श्री गौतम काले का शास्त्रीय गायन, मुम्बई के श्री ऋषिकेश मजूमदार का बासुरी वादन व ग्वालियर के शिखा डांस अकादमी के समूह कथक की प्रस्तुति दी जायेगी।

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