चुनावी राजनीति से दूरी बनायेंगे भाजपा नेता ओराम

भुवनेश्वर{ गहरी खोज }: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता एवं जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम ने चुनावी राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा की है।
श्री ओराम ने शनिवार को संबलपुर में रोजगार मेला कार्यक्रम में शामिल होने के दौरान पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत के दौरान यह घोषणा की।
उन्होंने कहा कि हालाँकि वह चुनाव लड़ने से दूरी बना रहे हैं, लेकिन पार्टी की गतिविधियों और सार्वजनिक जीवन में सक्रिय रूप से शामिल होते रहेंगे। उन्होंने कहा कि पिछला लोकसभा चुनाव में भी वह चुनावी मैदान में उतरने के इच्छुक नहीं थे, लेकिन पार्टी के अनुरोध पर सहमत हो गए थे।
पश्चिमी ओडिशा के एक प्रमुख आदिवासी नेता वर्ष1990 और 1995 में बोनाई (सुरक्षित ) निर्वाचन क्षेत्र से दो बार ओडिशा विधानसभा के लिए चुने गए थे।वह सुंदरगढ़ (एसटी) निर्वाचन क्षेत्र से 13वें, 14वें, 16वें, 17वें और 18वें आम चुनावों में पाँच बार लोकसभा के लिए भी चुने गए हैं।उन्होंने तत्कालीन अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में और नरेन्द्र मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री के रूप में कार्य किया।
श्री ओराम ने कहा कि चुनावी राजनीति से दूर रहने का उनका फ़ैसला निजी है। हालाँकि, उन्होंने संकेत दिया कि अगर पार्टी ज़ोर देगी, तो वह अपने संन्यास के फ़ैसले पर पुनर्विचार कर सकते हैं।