बढ़ता मोटापा है कई गंभीर बीमारियों की जड़, बाबा रामदेव से जानें कैसे कम होगा वजन?

लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: हमारे देश के 10 करोड़ से ज़्यादा लोग कर रहे हैं जिनको लगता है कि उनका वज़न ज़्यादा नहीं है तो वो ओबेसिटी की गिरफ्त में नहीं है जबकि देश में 43% लोग ऐसे हैं जो वेट के हिसाब से तो मोटे नहीं है जो दिखने में skinny हैं। लेकिन उनमें वही लक्षण पाए गए हैं जो मोटे लोगों में होते हैं। इंडियन जर्नल मेडिकल की रिसर्च के मुताबिक, मोटापे को 2 कैटेगरी में बांटा गया। पहला वो लोग जिनका वज़न ज़्यादा था और दूसरे वो जो दिखते तो स्लिम थे लेकिन उनके इंटरनल ऑर्गन्स पर फैट जमा था। दोनों ही कैटेगरी के लोगों का शुगर-बीपी, ट्राइग्लिसराइड और गुड कोलेस्ट्रॉल टेस्ट किया गया। जिन भी मरीज़ों में इनमें से 2 चीज़े उपर-नीचे पाई गई। उनको मोटापे की कैटेगरी में काउंट किया गया। यानी अगर बाहर से दुबले दिखते हैं। लेकिन इंटरनल ऑर्गन्स पर फैट जमा है तो भी आप खतरे में है। क्योंकि इस वजह से खाने को एनर्जी में कंवर्ट करने का प्रोसेस धीमा हो जाता हैजो पैंक्रियाज़, लिवर-हार्ट और किडनी के फंक्शन को डिस्टर्ब कर देता है। इस रिसर्च के बाद तो ऐसा लग रहा है कि वज़न ज़्यादा हो या कम इंसान मोटा हो या दुबला हर किसी को सावधान रहने की ज़रूरत है। ऐसा नहीं है कि फैटी लोगों को ही पसीना बहाना है। हर किसी को सेहतमंद रहने के लिए योग-वर्कआउट करना ज़रूरी है और जो अब भी नहीं समझे कि मोटापे का पैमाना क्या है। उनको और आसान शब्दों में समझाने के लिए स्वामी रामदेव हमारे साथ जुड़ गए हैं।