गाजा में सहायता केंद्रों के पास 798 लोगों की मौत, नहीं मिल रहा भोजन-पानी, GHF की रिपोर्ट ने चौंकाया

गाजा { गहरी खोज }: संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने गाजा में मचे कत्लेआम पर ताजा रिपोर्ट जारी की है। इसमें बताया गया कि गाजा में पिछले छह हफ्ते में सहायता वितरण केंद्रों और काफिलों के पास 798 लोगों की मौत हुई है। इनमें से 615 मौतें अमेरिका और इजरायल समर्थित गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन के केंद्रों के आसपास हुईं। 183 मौतें अन्य राहत समूहों के काफिलों के रास्ते में हुईं। OHCHR के अनुसार, अधिकांश घायलों को गोली लगने से चोटें आईं। यह स्थिति मानवीय निष्पक्षता के मानकों का उल्लंघन करती है। संयुक्त राष्ट्र ने जीएचएफ के सहायता मॉडल को स्वाभाविक रूप से असुरक्षित करार दिया है और इसे अत्याचार अपराधों से जोड़ा है।
जीएचएफ ने संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों को झूठा और भ्रामक बताते हुए खारिज कर दिया। इसने दावा किया कि सबसे घातक हमले संयुक्त राष्ट्र के काफिलों से जुड़े हैं। जीएचएफ का कहना है कि उसने पांच सप्ताह में गाजा में 7 करोड़ से अधिक भोजन पैकेट बांटे गए हैं, जबकि अन्य मानवीय समूहों की सहायता को हमास या आपराधिक गिरोहों ने लूट लिया। दूसरी ओर, संयुक्त राष्ट्र ने सहायता लूट की घटनाओं की पुष्टि की है। विश्व खाद्य कार्यक्रम ने बताया कि गाजा में भोजन ले जाने वाले ज्यादातर ट्रकों को भूखे लोगों ने रोक लिया।
इजरायल ने कहा कि वह अपने सैन्य अभियानों के दौरान सहायता आपूर्ति को हमास के हाथों में जाने से रोकने के लिए कदम उठा रहा है, जिसमें बाड़ और संकेत लगाना शामिल है। हालांकि, गाजा में 21 महीने से चल रही सैन्य कार्रवाई के कारण भोजन और अन्य बुनियादी आपूर्तियों की भारी कमी हो गई है। 23 लाख की आबादी में से अधिकांश विस्थापित हो चुके हैं। OHCHR ने सहायता प्राप्त करने की कोशिश में मारे गए लोगों की जांच की मांग की है, ताकि इन हिंसक घटनाओं की वजहों का पता लगाया जा सके।