क्रिप्टोकरंसी मार्केट में तेजी का रुख, पहली बार एक करोड़ रुपये के पार पहुंचा बिटकॉइन

नई दिल्ली{ गहरी खोज }: दुनिया की सबसे बड़ी और लोकप्रिय क्रिप्टोकरंसी बिटकॉइन ने आज पहली बार एक करोड़ रुपये के स्तर को पार करके नया इतिहास रच दिया। भारतीय समय के अनुसार शाम 6 बजे बिटकॉइन 1,18,033 यानी करीब 1.01 करोड़ रुपये के स्तर पर कारोबार कर रहा था। बताया जा रहा है कि अमेरिका में बिटकॉइन ईटीएफ में हुए रिकॉर्ड इन्वेस्टमेंट और दुनिया के कई बड़े संस्थागत निवेशकों द्वारा की गई खरीदारी की वजह से इस क्रिप्टोकरंसी की कीमत में अचानक इतनी तेजी आई है।
कैपेक्स गोल्ड एंड इन्वेस्टमेंट्स के सीईओ राजीव दत्ता का कहना है कि बिटकॉइन ने 1,18,000 डॉलर के स्तर को पार करके ऑल टाइम हाई का नया रिकॉर्ड बना दिया है। उनका मानना है कि अगर बाजार की स्थिति में ज्यादा बदलाव नहीं हुआ तो बिटकॉइन जल्दी ही 1,25,000 डॉलर के स्तर तक भी पहुंच सकता है। इस क्रिप्टोकरंसी ने अप्रैल के महीने में ही कंसोलिडेशन का सामना किया था, लेकिन अब इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स की खरीदारी और क्रिप्टो मार्केट में बने बुलिश सेंटीमेंट की वजह से बिटकॉइन ने जबरदस्त तेजी दिखाई है।
इस साल जनवरी में 1 लाख डॉलर का आंकड़ा छूने के बाद अप्रैल के महीने में बिटकॉइन 75,000 डॉलर के स्तर तक गिर गया था। इस गिरावट के बाद क्रिप्टो मार्केट में एक बार फिर तेजी का रुख बना शुरू हुआ, जिसकी वजह से इस क्रिप्टोकरंसी ने एक बार फिर 1 लाख डॉलर के स्तर को पार करने में सफलता हासिल कर ली। बिटकॉइन की तेजी की वजह से इसके मार्केट कैप ने ताइवानी और ऑस्ट्रेलियन डॉलर को भी पीछे छोड़ दिया है। सबसे बड़ी बात तो ये है कि बिटकॉइन की टोटल होल्डिंग का 74 प्रतिशत हिस्सा फिलहाल लॉन्ग टर्म होल्डर्स (निवेशकों) के पास है, जो अभी तक का सर्वोच्च स्तर है। लॉन्ग टर्म होल्डर्स की हिस्सेदारी बढ़ने का मतलब इस क्रिप्टोकरंसी की मजबूती के प्रति लोगों के बढ़ते विश्वास को समझा जाता है।