डीजीसीए ने सुरक्षा में सुधार को उड़ान प्रशिक्षण संगठनों के लिए रैंकिंग प्रणाली शुरू की

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नयी दिल्ली{ गहरी खोज }: नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने पायलट प्रशिक्षण गतिविधियों की गुणवत्ता और सुरक्षा में सुधार के उद्देश्य से देश में उड़ान प्रशिक्षण देने वाली संस्थाओं (एफटीओ) के लिए रैंकिंग प्रणाली शुरू की है। डीजीसीए ने बुधवार को जारी एक बयान में यह जानकारी दी और कहा कि इसको लेकर 8 जुलाई को एक पत्र जारी किया गया है। इसमें विमानन नियामक ने कहा है कि देशभर में रैंकिंग प्रणाली इस साल 1 अक्टूबर से लागू की जाएगी। इसके साथ ही विभिन्न प्रशिक्षण संस्थाओं की रैंकिंग हर साल दो बार एक अक्टूबर और एक अप्रैल को जारी की जाएगी।
डीजीसीए ने पत्र में कहा है कि एफटीओ को विभिन्न मानदंडों के आधार पर रैंकिंग दी जाएगी। इसके अलावा, यदि किसी एफटीओ का पूरा स्कोर 50 फीसदी से कम रहता है तो संबंधित इकाई को उनके प्रदर्शन में सुधार के लिए स्व-विश्लेषण के लिए नोटिस दिया जाएगा। डीजीसीए के अनुसार एफटीओ रैंकिंग प्रणाली छात्रों के हितों की रक्षा और भारत में विमानन क्षेत्र के सुरक्षित और सतत विकास के लिए आवश्यक गुणवत्ता-प्रशिक्षित पायलटों की एक श्रृंखला सुनिश्चित करने के दोहरे उद्देश्य को पूरा करेगी।
उल्‍लेखनीय है कि देश में 52 ठिकानों पर 34 डीजीसीए-अनुमोदित एफटीओ कार्यरत हैं, जो सीपीएल (वाणिज्यिक पायलट लाइसेंस) प्रदान करने के लिए विमान उड़ान प्रशिक्षण देते हैं।

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