सप्ताह के दौरान विदेशी विनिमय बाजार में रुपये में स्थिरता बनी रही

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नयी दिल्ली{ गहरी खोज }:अमेरिका के साथ प्रस्तावित व्यापार समझौते को लेकर अनिश्चितता तथा शेयर बाजारों में विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली के दबाव के बावजूद जुलाई माह के पहले सप्ताह में विदेशी विनियम बाजार में भारतीय रुपये में कुल मिलाकर स्थिरता दिखी।
अमेरिका के साथ अच्छे व्यापार समझौते की बाजार की उम्मीद पूरी हुई तो इस सप्ताह रुपये को काफी सहारा मिल सकता है।
सप्ताह के दौरान जारी अमेरिका के गैर कृषि क्षेत्र के रोजगार आंकड़े बाजार की उम्मीद से बेहतर रहे। इससे वहां ब्याज दर में स्थिरता की संभावना के बीच डालर के मुकाबले रुपया सप्ताह के मध्य में मजबूत रहा । लेकिन सप्ताह के अंत में थोड़ी गिरावट के चलते करीब करीब यह पिछले सप्ताह के स्तर पर स्थिर रहा। जुलाई के पहले सप्ताह में बाजार में कारोबार सीमित दायरे में रहा।
पहली जुलाई को रुपया 85.70 के आसपास खुलने के बाद मजबूत हो कर 85.59 रुपये प्रति डालर के दायरे में बदं हुआ था। गुरुवार को स्थानीय मुद्रा मजबूत होकर 85.31 प्रति डालर पर बंद हुयी।
कुछ विश्लेषकों का मानना है कि यह मजबूती भारत और अमेरिका के बीच संभावित व्यापार समझौते को लेकर आशावाद और आने वाले समय में स्थानीय शेयर बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशकों की मजबूत वापसी की संभावना का संकेत है।
शुक्रवार को रुपया फिर डालर के मुकाबले गिर कर 85.62 के आसपास स्थिर रहा। उससे एक दिन पहले अमेरिका में रोजगार के आंकड़े मजबूत होने से वैश्विक मुद्राओं के समक्ष अमेरिकी डॉलर को बल मिला था जिससे रुपये में और तेजी सीमित हो गई।
विश्लेषकों को आने वाले सप्ताह में भी रुपया-डॉलर विनिमय दर 85.30-85.90 के दायरे में रहने का अनुमान है।
इस सप्ताह अमेरिका के साथ व्यापार के मोर्चे पर खबर अच्छी रही तो रुपया मजबूती के साथ 85.30 के दायरे में रह सकता है या उससे अच्छा प्रदर्शन कर सकता है।
इस बीच रिजर्व बैंक के सप्ताहांत जारी साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार 27 जून को समाप्त सप्ताह के अंत में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 4.84 अरब डालर की जोरदर बढ़ोतरी के साथ 702.78 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया था।
इस तरह विदेशी मुद्रा भंडार गत सितंबर के अंत में प्राप्त उच्चतम स्तर को छूने के करीब है जबकि यह अब तक के अपने सर्वोच्च स्तर 704.89 अरब डॉलर के बराबर हो गया था। जनवरी में भंडार गिर कर 624 अरब डॉलर के स्तर पर चला गया था।
गत 27 जून को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा परिसम्पत्तियां 5.75 अरब डालर बढ़ कर 594.82 अरब डालर पर पहुंच गयीं। इस दौरान स्वर्ण भंडार का मूल्य 1.23 अरब डालर घट कर 84.5 अरब डालर पर आ गया । एसडीआर
15.8 करोड़ डालर की वृद्धि के साथ 18.83 अरब डालर के स्तर पर रहा।
इस दौरान अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष में भारत की आरक्षित कोष की स्थिति भी 17.6 करोड़ डालर सुधर कर 4.62 अरब डॉलर के बराबर रही।

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