राज्य सरकार गरीब और वंचित वर्ग के जीवन में ला रही सकारात्मक बदलाव : सीएम

बालोतरा{ गहरी खोज }: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि शिक्षा के माध्यम से समाज में परिवर्तन लाकर हर सामाजिक बुराई का अंत किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बालक-बालिकाओं की शिक्षा के लिए विभिन्न स्तरों पर प्रयास कर रही है। राज्य के 4 हजार से अधिक विद्यालयों में 8 हजार से अधिक स्मार्ट क्लास रूम स्थापित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि विद्यालय समय के उपरांत सप्ताह में 5 दिन, सोमवार से शुक्रवार तक निर्धारित समय पर विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की ऑनलाइन लाइव कक्षा, विद्यार्थियों को ई-पाठशाला व्हाट्सअप चैनल तथा विद्यार्थियों के स्माइल व्हाट्सअप समूह पर उपलब्ध करवाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार द्वारा 88 हजार 800 मेधावी विद्यार्थियों को टैबलेट एवं साथ में इंटरनेट कनेक्शन निशुल्क दिए गए हैं। साथ ही, एनईपी 2020 के तहत 9 सितंबर से 2 अक्टूबर, 2024 तक कक्षा 1 से 8 के छात्र-छात्राओं के लिए प्रखर राजस्थान रीड टू लीड कैंपेन चलाया था, जिसमें 42 लाख बच्चे लाभान्वित हुए। इसके साथ ही पुस्तकालयों को 43 लाख पुस्तकें पहुंचाई गईं।
शर्मा ने कहा कि मोतीलाल ओसवाल फाउंडेशन द्वारा बालोतरा जिला शिक्षा परिवर्तन कार्यक्रम के रूप में शिक्षा एवं कौशल के लिए महत्वपूर्ण पहल शुरू की गई है। इसमें घर-घर सर्वे कर ड्रॉपआउट और नामांकन से वंचित बालिकाओं की पहचान कर उनका विद्यालयों में नामांकन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य केवल शिक्षा तक ही नहीं बल्कि उन्हें रोजगार प्राप्त करने योग्य बनाने तक है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने भामाशाहों से प्रदेश को शिक्षा में अग्रणी बनाने के राज्य सरकार के प्रयासों में सहभागी बनने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 24 जून से 9 जुलाई तक प्रदेशभर में पंडित दीनदयाल उपाध्याय अन्त्योदय संबल पखवाड़ा आयोजित किया जा रहा है। इसके अंतर्गत गांव में नामांतरण, स्वामित्व पट्टा, सहमति विभाजन, भूमि विवाद एवं रास्तों से संबंधित विभिन्न प्रकरणों का शिविरों में निस्तारण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पशुओं की जांच, इलाज, टीकाकरण और मंगला पशु बीमा से पशुपालकों को लाभ हो रहा है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त गांव योजना के तहत 10 हजार गांवों में बीपीएल परिवारों का सर्वे व उन्हें सरकारी योजनाओं से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शिविरों के माध्यम से पानी की टंकियों की सफाई, लंबित नल कनेक्शन देने, लीकेज की मरम्मत व नहरों की सफाई एवं बिजली के खंभे और झूलते तारों को ठीक करने के कार्य हो रहे हैं। आयुष्मान कार्ड से गरीब परिवारों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं और एनएफएसए के लंबित प्रकरणों का निस्तारण कर जरूरतमंदों के लिए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है।