बादल फटने से दो जगह तबाही मची: 8 गाड़ियां बही, नदी-नालों का जल स्तर बढ़ा, कुल्लू में 2 मंत्री फंसे

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शिमला{ गहरी खोज }: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला में आज यानी बुधवार दोपहर बाद 2 जगह बादल फटने से खूब तबाही हुई। कुल्लू के सैंज के जीवा नाला और मणिकर्ण की ब्रम्हगंगा में बादल फटने के बाद भारी बारिश से नदी-नालों में जल स्तर बढ़ गया। कुल्लू के अलग-अलग क्षेत्रों में इससे 8 से ज्यादा गाड़ियां पानी के तेज बहाव में बह गई। सैंज के जीवा नाला में NHPC के शेड का कुछ हिस्सा भी बह गया। जीवा नाला की बाढ़ के बाद बिहाली गांव को भी खतरा हो गया है। सैंज सड़क पर पार्क बोलेरो कैंपर गाड़ी फ्लैश-फ्लड में बह गई। कसोल नाले में सड़क किनारे पार्क 12 से ज्यादा गाड़ियां बाढ़ में फंस गई। गड़सा घाटी में तेज बारिश के बाद नाले में भारी मात्रा में लड़कियां बहकर आई। उधर, कुल्लू की ही तीर्थन वैली में भी दोपहर बाद भारी बारिश हुई। तीर्थन नाले में बाढ़ के बाद 2 गाड़ियां नाले में बह गईं। तेज बारिश के बाद सैंज घाटी, बंजार में हॉर्न घाट, सोलंग नाला और पागल नाला में जलस्तर बढ़ गया है। स्थानीय प्रशासन ने टूरिस्ट और लोकल लोगों को नदी-नालों के आसपास नहीं जाने की सलाह दी है।
लाहौल स्पीति में काजा समदो सड़क पर भी तेज बारिश के बाद हुर्लिंग और लरी के बीच में पहाड़ी से पत्थर गिरे और भारी लैंडस्लाइड हो गया। इससे एक गाड़ी और एक बाइक को नुकसान पहुंचा है। DSP काजा अजय कुमार ने पर्यटकों को सलाह दी है कि जिस भी होटल में ठहरे हैं, वहीं रुके। मौसम साफ होने तक इधर-उधर मूव न करें और सुरक्षित स्थान पर आश्रय लेने को कहा है।
कुल्लू के बंजार में हिमाचल के कृषि मंत्री चंद्र कुमार भी नाले में बाढ़ के बाद फंस गए। चंद्र कुमार किसान मेले में शामिल होने बंजार गए थे। वहीं ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क साईं रोपा में चल रहे विश्व धरोहर उत्सव के मुख्य अतिथि राजेश धर्माणी और कुल्लू के डीसी भी सड़क अवरुद्ध होने से फंस गए हैं।
मौसम विभाग ने दोपहर डेढ़ बजे पांच जिलें चंबा, कांगड़ा, मंडी, शिमला और सिरमौर जिला के कुछ स्थानों पर बाढ़ जैसे हालात बनने की चेतावनी जारी की। इन जिलों के निचले इलाकों में जल भराव से परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। मौसम विभाग की चेतावनी के बीच शिमला में भी तेज बारिश शुरू हो गई है। कई क्षेत्रों में बीती रात से भारी बारिश हो रही है।
सिरमौर जिला के काला अंब में रात में तेज बारिश के बाद मारकंडा नदी का जल स्तर काफी बढ़ गया है। शिमला में भी सुबह पौने 10 बजे कुछ देर के लिए तेज बारिश हुई। धुंध की वजह से शिमला में सुबह के वक्त विजिबिलिटी 25 मीटर तक कम हो गई। मौसम विभाग (IMD) ने प्रदेश के 7 जिलों में आज बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है, जबकि 3 जिलों में भारी बारिश का पूर्वानुमान लगाया है। वहीं टूरिस्ट और स्थानीय लोगों को नदी-नालों से दूर रहने की सलाह दी गई है। लैंडस्लाइड संभावित क्षेत्रों में भी न जाने को कहा गया है।
IMD ने बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, सिरमौर, सोलन और ऊना जिला में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में आज एक-दो स्थानों पर बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। कुल्लू, मंडी और शिमला जिला में भी एक -दो स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है।
IMD ने टूरिस्ट समेत लोकल लोगों को नदी नालों और लैंडस्लाइड संभावित क्षेत्रों में नहीं जाने की एडवाइजरी जारी की है। नदी नालों में तेज बारिश के बाद अचानक जल स्तर बढ़ सकता है। इसी तरह पहाड़ों पर लैंडस्लाइड भी तबाही का कारण बन सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले चार दिन तक पहाड़ों पर बारिश जारी रहने के आसार है। मगर कल से वेस्टर्न डिस्टरबेंस थोड़ा कमजोर पड़ेगा।

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