संविधान का गला घोंटने वाले अब इसके रक्षक बनने की कोशिश कर रहे हैं: हिमंत

गुवाहाटी { गहरी खोज }: असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने बुधवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘आपातकाल के काले दिनों’ को भुलाया नहीं जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने ‘संविधान का गला घोंटा था, वे आज इसके रक्षक बनने की कोशिश कर रहे हैं’। शर्मा ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा 25 जून, 1975 को लगाए गए आपातकाल की बरसी पर मनाए जाने वाले ‘संविधान हत्या दिवस’ के अवसर पर ‘एक्स’ पर लिखा, इस क्रूर घटनाक्रम के 50 साल पूरे होने पर, भारत उन बहादुर पुरुषों और महिलाओं को श्रद्धांजलि देता है, जो उस अंधकारमय समय में संविधान को बनाए रखने के लिए दृढ़ संकल्पित थे। उन्होंने कहा, उनके साहसी प्रयासों और वीर बलिदानों के कारण कांग्रेस पार्टी को घुटनों पर लाया जा सका और हमारे इतिहास के एक शर्मनाक अध्याय का अंत हुआ। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले साल घोषणा की थी कि मोदी सरकार हर साल 25 जून को ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में मनाएगी, ताकि इस अवधि के दौरान ‘अमानवीय पीड़ा’ सहने वालों के योगदान को याद किया जा सके।