अवैध खनन में मुख्य आरोपी पूर्व सरपंच हनीफ उर्फ हन्ना पर ₹50,000 का इनाम घोषित

गुरुग्राम{ गहरी खोज }:हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) गुरुग्राम ने एक बड़े अवैध खनन और भ्रष्टाचार मामले के मुख्य आरोपी हनीफ उर्फ हन्ना पुत्र रुस्तम निवासी गांव बसई मेव, जिला नूंह की गिरफ्तारी पर ₹50,000 नकद इनाम की घोषणा की है। हनीफ उर्फ हन्ना के खिलाफ नूंह की अदालत ने 19 जून, 2025 को गिरफ्तारी वारंट भी जारी किए हैं, जो उसकी तत्काल गिरफ्तारी की आवश्यकता को दर्शाता है। यह मामला गुरुग्राम में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में अभियोग संख्या 18, दिनांक 01.06.2025 के तहत दर्ज किया गया है। हनीफ उर्फ हन्ना पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 201, 318(2), 316(2), 61, 270, 329(3), 303 के साथ-साथ खान और खनिज (विकास और विनियमन) अधिनियम 1957 की धारा 21, पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 की धारा 15(1) और पंजाब भूमि संरक्षण अधिनियम 1900 की धारा 19 जैसे कई गंभीर प्रावधानों के तहत आरोप लगे हैं। जांच के दौरान, हनीफ उर्फ हन्ना के खिलाफ पर्याप्त सबूत सामने आए हैं, जिसके बाद उसकी गिरफ्तारी की कोशिश की गई, लेकिन वह अब तक फरार है।
एसीबी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, आरोपी हनीफ उर्फ हन्ना इस अभियोग में मुख्य आरोपी है। जब वह गांव के सरपंच के पद पर था, उसने गांव की चकबंदी प्रक्रिया के दौरान चकबंदी अधिकारियों की मिलीभगत से ग्राम पंचायत की ओर से दो अवैध रास्तों के निर्माण का प्रस्ताव दिया था। इन अवैध रास्तों को निर्धारित करवाने और उनका अवैध निर्माण करवाने के बाद, उनका इस्तेमाल बड़े पैमाने पर अवैध खनन सामग्री को लाने और ले जाने के लिए किया गया, जिससे हनीफ उर्फ हन्ना ने अनुचित आर्थिक लाभ कमाया। यह कृत्य न केवल अवैध खनन को बढ़ावा देता है, बल्कि सार्वजनिक पद का दुरुपयोग और सरकारी प्रक्रियाओं में भ्रष्टाचार को भी उजागर करता है।
एसीबी हरियाणा ने आम जनता से अपील की है कि वे गुरुग्राम में दर्ज इस मामले के फरार मुख्य आरोपी हनीफ उर्फ हन्ना पुत्र रुस्तम को पकड़वाने में सहयोग करें। ब्यूरो ने यह भी आश्वासन दिया है कि जो व्यक्ति हनीफ उर्फ हन्ना के बारे में विश्वसनीय सूचना देगा, उसे ₹50,000 का नकद इनाम दिया जाएगा और उसकी पहचान और पता पूरी तरह से गुप्त रखा जाएगा। यह इनाम घोषणा और पुलिस की सक्रियता अवैध खनन और भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसका उद्देश्य ऐसे आपराधिक तत्वों को न्याय के कटघरे में लाना है।