मुखिया के भाई की हत्या से सनसनी, बाइक सवार अपराधियों ने की ताबड़तोड़ फायरिंग

औरंगाबाद{ गहरी खोज }: जिले के नवीनगर थाना क्षेत्र में मंगलवार देर रात एक दर्दनाक वारदात ने पूरे इलाके को दहला दिया। लेम्बोखाप गांव के पास अज्ञात बाइक सवार अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर मुखिया के छोटे भाई की हत्या कर दी। मृतक की पहचान 25 वर्षीय प्रियांशु कुमार उर्फ छोटू के रूप में हुई है, जो बड़वान गांव निवासी स्वर्गीय अरुण कुमार का पुत्र था। लौट रहा था घर, रास्ते में मिली मौत
जानकारी के अनुसार प्रियांशु एक दिन पहले ही रिश्तेदारों से मिलने वाराणसी गया था और मंगलवार को रांची-वाराणसी इंटरसिटी ट्रेन से लौट रहा था। नवीनगर रोड रेलवे स्टेशन के पास पहुंचते ही उसने घर फोन कर गांव से बाइक मंगवाई। गांव के ही युवक सोनू और अंकित उसे लेने पहुंचे और तीनों एक ही बाइक पर सवार होकर लौटने लगे।
जैसे ही तीनों सिंदुरिया और देवराज बिगहा गांव के बीच पहुंचे, एक अन्य बाइक पर सवार दो युवकों ने रास्ता पूछने के बहाने उनकी बाइक रुकवाई। अपराधियों ने देवराज बिगहा गांव का रास्ता पूछा, और जैसे ही प्रियांशु ने दिशा बताई, पिस्टल निकालकर ताबड़तोड़ 7 से 8 राउंड फायरिंग कर दी। चार गोलियां सीधे प्रियांशु के सिर में लगीं, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। जबकि साथ बैठे सोनू और अंकित को एक खरोंच तक नहीं आई।
घटना की जानकारी मिलते ही परिजन घटनास्थल पर पहुंचे। आनन-फानन में घायल प्रियांशु को मगध मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अस्पताल में परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक चार भाई-बहनों में सबसे छोटा था। करीब एक महीने पहले ही उसकी शादी टंडवा थाना क्षेत्र के घूरा नंद गांव में हुई थी।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने मृतक के दोनों साथियों सोनू और अंकित को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। नवीनगर थाना प्रभारी मृत्युंजय कुमार उपाध्याय ने बताया कि मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है। मौके से साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं, आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और एफएसएल टीम को भी सूचना दी गई है।
इस घटना के बाद इलाके में कई तरह की चर्चाएं हैं। सबसे बड़ा सवाल यही है कि अगर अपराधियों ने इतनी नजदीक से ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं, तो बाइक पर सवार दो अन्य युवकों को खरोंच तक क्यों नहीं आई? यह तथ्य पुलिस के लिए जांच का अहम बिंदु बन गया है। मृतक के परिवार का राजनीतिक संबंध भी है, चूंकि वह क्षेत्र के मुखिया का भाई था। ऐसे में पुलिस इस पूरे मामले को राजनीतिक रंजिश, आपसी दुश्मनी, या पारिवारिक विवाद जैसे पहलुओं से भी जोड़कर देख रही है।