उदयपुर में फ्रांसीसी युवती से रेप का आरोप-कास्टिंग डायरेक्टर गिरफ्तार, कांग्रेस का सड़क पर हंगामा

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उदयपुर{ गहरी खोज }: राजस्थान के टूरिज़्म हब उदयपुर में उस वक्त सनसनी फैल गई जब एक फ्रांसीसी युवती ने रेप का आरोप लगाया। आरोपी कोई और नहीं, बल्कि वह शख्स निकला जो खुद को कास्टिंग डायरेक्टर बताता है। सलमान खान और अक्षय कुमार जैसे बड़े सितारों की फिल्मों में कास्टिंग करने का दावा करने वाला यह युवक अब पुलिस की गिरफ्त में है। नाम है-पुष्पराज उर्फ सिद्धार्थ ओझा (29)।
क्या हुआ था उस रात? 22 जून को फ्रांस की युवती एक मोबाइल ऐड शूट के लिए उदयपुर आई थी। दिनभर पिछोला झील, सज्जनगढ़ किला और अन्य जगहों पर शूट हुआ। रात को ‘द ग्रीक फॉर्म एंड रेस्ट्रो कैफे’ में पार्टी हुई, जहां क्रू मेंबर्स मौजूद थे। यहीं से कहानी ने मोड़ लिया। आरोप है कि पार्टी के दौरान आरोपी सिद्धार्थ ने “स्मोक” करने का बहाना बनाकर युवती को अपने फ्लैट (सुखेर स्थित) ले गया और वहां उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश की और जबरदस्ती की।
एसपी योगेश गोयल ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि पुष्पराज ने पूछताछ में जुर्म कबूल कर लिया है। पुलिस ने केस में तेजी दिखाते हुए कहा कि सात दिन में चार्जशीट कोर्ट में पेश कर दी जाएगी। युवती का इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है और वह खतरे से बाहर है। पुलिस कस्टडी में ले जाते वक्त आरोपी जोर-जोर से चिल्लाया—“मैंने रेप नहीं किया… मुझे फंसाया गया है। मैं खुद सरेंडर करने जा रहा था।” पुष्पराज का कहना है कि वह बॉलीवुड इंडस्ट्री का हिस्सा है और कुछ बड़े नाम उसे फंसाने की साजिश कर रहे हैं। उसने यह भी कहा कि वह बाहरी है और उसे यहां से निकालने की चाल चली जा रही है। सूत्रों के मुताबिक आरोपी कास्टिंग डायरेक्टर है और पिछले 10 वर्षों से फिल्मों, ऐड और सीरियल्स में कास्टिंग कर रहा है। सलमान खान की ‘प्रेम रतन धन पायो’ में शामिल रहा। अक्षय कुमार की ‘खेल-खेल में’ की शूटिंग में रेडिसन होटल, उदयपुर में कास्टिंग करवाई। क्राइम पेट्रोल और कई विज्ञापनों के लिए भी कलाकारों की कास्टिंग की। कहा जा रहा है कि ‘प्रेम रतन धन पायो’ के ट्रेलर में सलमान खान के पीछे पुष्पराज खड़ा नजर आता है। इस संवेदनशील मामले ने तब और उबाल ले लिया जब आरोपी को SP ऑफिस लाया गया। वहां मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ता, जिनमें शहर अध्यक्ष फतह सिंह राठौड़ भी शामिल थे, आरोपी को पीटने दौड़े। गुस्साए कार्यकर्ताओं ने आरोपी का हाथ खींचा और मारपीट की कोशिश की।
पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए छोटा फाटक बंद कर आरोपी को अंदर सुरक्षित पहुंचाया। लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ता बाहर 15 मिनट तक प्रदर्शन करते रहे।
क्यों भड़की कांग्रेस?
कांग्रेस का आरोप है कि राज्य में बढ़ते अपराधों और महिलाओं की सुरक्षा में ढिलाई ने कानून-व्यवस्था को शर्मिंदा कर दिया है। उदयपुर जैसे पर्यटन नगरी में इस तरह की घटनाएं न केवल महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाती हैं, बल्कि राजस्थान की छवि को भी धूमिल करती हैं।
क्या पुष्पराज वाकई दोषी है या बॉलीवुड की साजिश का शिकार? क्या विदेशी महिला को शूटिंग के बहाने बुलाया गया था या वाकई यह ‘हनी ट्रैप’ है? लिस ने जो बयान दिया है, वह अंतिम है या अब भी जांच बाकी है? क्या कानून व्यवस्था पर सियासत ज़रूरी है या पुलिस को स्वतंत्रता से काम करने दिया जाना चाहिए?
ये केस केवल एक रेप केस नहीं है। ये उस ताने-बाने की परतें उधेड़ता है, जहां ग्लैमर की चकाचौंध के पीछे शोषण, छल और धोखे की स्याह परछाइयां छिपी होती हैं। ये उस विदेशी लड़की की भी कहानी है जो बॉलीवुड में अपने सपनों के साथ आई, लेकिन विश्वासघात का शिकार बन गई। इस केस की सत्यता कोर्ट तय करेगी, लेकिन इतना तय है कि फिल्म इंडस्ट्री की कास्टिंग प्रक्रिया पर, विदेशी कलाकारों की सुरक्षा पर और कानून व्यवस्था की चुस्ती पर फिर से बहस तेज हो चुकी है।

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