आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 26 जून से शुरू, भूलकर भी ना करें यह गलती

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धर्म { गहरी खोज } :आषाढ़ गुप्त नवरात्रि नौ दिवसीय दुर्गा पूजा का प्रतीक है। हिंदू धर्म में नवरात्रि को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। हर वर्ष 4 बार नवरात्रि का पर्व पड़ता है। जिसमें 2 नवरात्रि सार्वजनिक होती हैं और 2 गुप्त नवरात्रि। सार्वजनिक नवरात्रि में शारदीय और चैत्र नवरात्रि होती हैं और गुप्त नवरात्रि में आषाढ़ और माघ के महीने में पड़ती हैं। इसमे मां दुर्गा की साधना गोपनीय तरह से की जाती है। आषाढ़ माह की नवरात्रि 26 जून, गुरुवार से शुरू हो रहे हैं। आषाढ़ गुप्त नवरात्रि में देवी ने नौ स्वरुपों की आरधना की जाती है। इस बार गुप्त नवरात्रि 26 जून से शुरू होकर 4 जुलाई तक रहेंगे, जिसमें देवी की गुप्त साधना की जाएगी। जानते हैं इस दिन घटस्थापना का मुहूर्त और साथ ही गुप्त नवरात्रि के दौरान किन बातों की सावधानी रखनी चाहिए।

घटस्थापना का मुहूर्त

इस दिन घटस्थापना का मुहूर्त शुभ सुबह 05:45 to 07:14 तक रहेगा।
घटस्थापना का अभिजित मुहूर्त – 11: 46 से 12:38 तक रहेगा।
अवधि अवधि कुल 52 मिनट रहेगी।

इन बातों का रखें ख्याल

  1. गुप्त नवरात्रि के दौरान मांस-मदिरा और तामसिक भोजन का सेवन ना करें। इस दौरान तंत्र साधना की जाती है।इसीलिए जरूरी है पवित्रता बनाएं रखें। इसका सेवन करने से रोग, दरिद्रता आ सकती है।
  2. गुप्त नवरात्रि के दौरान साफ सफाई का विशेष ख्याल रखें। इस दौरान अपवित्र और गंदे स्थान पर पूजा-अर्चना ना करें। तन, मन और स्थान को पवित्र करके ही पूजा पाठ करें। ऐसा करने से मां दुर्गा का आशीर्वाद बना रहेगा। 3. अव्यवस्थित स्थान पर भी पूजा ना करें, ऐसा करने से आर्थिक हानि होने की संभावना है।
  3. गुप्त नवरात्रि के दौरान क्रोध और वाणी की कटुता, और अपशब्दों से दूरी बनाकर रखें। गुप्त नवरात्रि के दौरान किसी का अपमान ना करें, झूठ ना बोलें। ऐसा करने से मां का आशीर्वाद प्राप्त नहीं होता और विभिन्न कार्यों में मुश्किलें आ सकती है
  4. पूजा की सामग्री और माता की मूर्ति को गंदे हाथों से स्पर्श ना करें। ऐसा करने से देवी मां की कृपा नहीं मिलती। देवी मां और उनकी से जुड़ी किसी भी चीज का अनादर ना करें। ऐसा करने से घर में अशांति आ सकती है।

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