शाह कल मध्य क्षेत्रीय परिषद की 25वीं बैठक की अध्यक्षता करेंगे

नयी दिल्ली{ गहरी खोज } : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार को वाराणसी में मध्य क्षेत्रीय परिषद की 25 वीं बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
बैठक में सदस्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ-साथ प्रत्येक राज्य से दो वरिष्ठ मंत्री भाग लेंगे। राज्यों के मुख्य सचिव और केन्द्र तथा राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में शामिल होंगे। मध्य क्षेत्रीय परिषद में छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश राज्य शामिल हैं। बैठक का आयोजन गृह मंत्रालय में अंतर-राज्य परिषद सचिवालय और उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से किया जा रहा है।
राज्य पुनर्गठन अधिनियम 1956 की धारा 15 से 22 के अंतर्गत पांच क्षेत्रीय परिषदों की स्थापना की गई थी। केंद्रीय गृह मंत्री इन पांचों क्षेत्रीय परिषदों के अध्यक्ष हैं। सदस्य राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री, उप-राज्यपाल और प्रशासक इनके सदस्य हैं जिनमें से सदस्य राज्यों से एक राज्य के मुख्यमंत्री (हर साल बारी-बारी से) उपाध्यक्ष होते हैं। प्रत्येक सदस्य राज्य से राज्यपाल द्वारा दो मंत्रियों को परिषद के सदस्य के रूप में नामित किया जाता है। प्रत्येक क्षेत्रीय परिषद ने मुख्य सचिवों के स्तर पर एक स्थायी समिति का भी गठन किया है। राज्यों द्वारा प्रस्तावित मुद्दों को पहले संबन्धित क्षेत्रीय परिषद की स्थायी समिति के समक्ष चर्चा के लिए प्रस्तुत किया जाता है। स्थायी समिति में विचार के बाद शेष मुद्दों को क्षेत्रीय परिषद की बैठक में विचार के लिए प्रस्तुत किया जाता है।
क्षेत्रीय परिषदों की भूमिका सलाहकारी है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में ये विभिन्न क्षेत्रों में आपसी समझ और सहयोग के स्वस्थ बंधन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण साबित हुई हैं। सभी राज्य सरकारों, केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों के सहयोग से पिछले ग्यारह वर्षों में विभिन्न क्षेत्रीय परिषदों और इनकी स्थायी समितियों की कुल 61 बैठकें की गयी हैं।
क्षेत्रीय परिषदें राष्ट्रीय महत्व के व्यापक मुद्दों पर भी चर्चा करती हैं जिनमें महिलाओं और बच्चों के खिलाफ दुष्कर्म के मामलों की त्वरित जांच और इनके शीघ्र निपटारे के लिए फास्ट ट्रैक विशेष न्यायालयों का गठन और उनका कामकाज शामिल हैं।