“मिट्टी की महक” में झलकी राजस्थानी लोकसंस्कृति की खुशबू

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सूरत { गहरी खोज }: श्री राजस्थान विश्वकर्मा सुथार समाज युवा मंच द्वारा 20 जून 2025, शुक्रवार को वेसु स्थित यूनिवेगा होटल में “मिट्टी की महक” नामक राजस्थानी लोक गीत-संगीत संध्या का भव्य आयोजन किया गया। इस संगीतमय कार्यक्रम का उद्देश्य राजस्थानी लोककला को प्रोत्साहन देना और पारंपरिक कलाकारों को मंच प्रदान करना रहा।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रसिद्ध लोक कलाकार खेता खान और उनकी टीम द्वारा सुमधुर गणेश वंदना से हुई। इसके पश्चात उन्होंने राजस्थानी पारंपरिक लोकगीतों के साथ-साथ गुजराती गीतों और लोकप्रिय फिल्मी धुनों की प्रस्तुति दी, जिससे पूरा माहौल संगीतमय हो गया और दर्शक नाचने-झूमने पर मजबूर हो गए।
गज़ल गायक पंकज अग्रवाल ने अपने शेरों और गज़लों से श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। उनकी प्रस्तुति ने कार्यक्रम में भावनात्मक गहराई और साहित्यिक सौंदर्य का समावेश किया।
कार्यक्रम में फोस्टा अध्यक्ष कैलाश हाकिम, कॉरपोरेटर दिनेश राजपुरोहित, राजेश माहेश्वरी, और वेसु के PSI आर.डी. देसाई मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का मंच संचालन श्रवण धामू ने प्रभावशाली तरीके से किया, वहीं समाज अध्यक्ष मोहनलाल मांडन, सत्यनारायण लदरेचा, छोटूलाल धामू, त्रिलोकचंद, सुरेश माडपुरा, रामदेव और हीरालाल सहित समाज के कई गणमान्य सदस्य इस अवसर पर उपस्थित रहे। “मिट्टी की महक” सिर्फ एक सांस्कृतिक आयोजन नहीं बल्कि अपनी जड़ों से जुड़ने और पारंपरिक कला-संस्कृति को सहेजने की दिशा में एक अहम प्रयास रहा। इस आयोजन ने राजस्थानी लोकगीतों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का कार्य किया और यह साबित किया कि हमारी परंपराएं आज भी दिलों को छूने की ताकत रखती हैं।

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