सीएम यादव जीतू पटवारी के बयान पर भड़के, कहा अध्यक्ष को ऐसी भाषा का इस्तेमाल करने में शर्म आनी चाहिए

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भोपाल { गहरी खोज }: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के बयान पर भड़क गए। पटवारी ने कहा कि सरकार राजनीतिक फिजूलखर्ची के लिए ‘लाड़ली बहना’ योजना के नाम पर उधार लिए गए पैसे को ‘चुरा’ रही है। इंदौर में पत्रकारों से बातचीत में यादव ने कहा, ‘प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को ऐसी भाषा का इस्तेमाल करने में शर्म आनी चाहिए। उन्हें मर्यादा में रहकर राजनीति करनी चाहिए और अपने शब्दों का चयन सावधानी से करना चाहिए।’ दरअसल, पटवारी ने हाल ही में दावा किया था कि राज्य सरकार लोकप्रिय लाड़ली बहना योजना के नाम पर उधार लिए गए पैसे को ‘चुरा’ रही है और उसे फिजूलखर्ची और राजनीतिक फिजूलखर्ची पर खर्च कर रही है।
इस पर सीएम यादव ने कहा, ‘जो लोग चीजों को नहीं समझते, वे अपरिपक्व बयान देते हैं।’ पटवारी के ‘राजनीतिक फिजूलखर्ची’ के आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए यादव ने आगे कहा, ‘कांग्रेस ही (राजनीतिक) फिजूलखर्ची करती थी। फिजूलखर्ची के रिकॉर्ड कांग्रेस नेताओं के नाम दर्ज हैं। सत्ता में रहते हुए वे सरकारी खजाने को लूटते थे। उनके शासन में महिलाओं के अंग-भंग करके उन्हें भट्टियों में झोंक दिया जाता था।’
सीएमयादव ने कहा कि सत्तारूढ़ भाजपा 2028 के विधानसभा चुनाव से पहले लाड़ली बहना योजना के तहत महिला लाभार्थियों को 3000 रुपए प्रति माह देने का अपना वादा पूरा करेगी। 2023 के राज्य चुनाव से कुछ महीने पहले शुरू की गई इस योजना के तहत लाभार्थियों को 1250 रुपए की मासिक सहायता मिलती है। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा की भारी जीत में इसे एक बड़ा कारक माना गया था।
पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की थी कि मासिक राशि धीरे-धीरे बढ़ाकर 3000 रुपए की जाएगी।सीएम यादव ने कहा, “हम रक्षाबंधन के अवसर पर लाभार्थियों को 250 रुपए अतिरिक्त प्रदान करेंगे। दिवाली के बाद से उन्हें इस योजना के तहत हर महीने 1500 रुपए मिलेंगे।”
दरअसल, बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में सत्ता में आने के बाद लाड़ली बहनों को ₹3000 देने की घोषणा की थी, वर्तमान में 1250 रुपए दिए जाने पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मोहन यादव सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे। जीतू पटवारी ने कहा था कि लाड़ली बहना योजना की राशि 3000 करने के बजाय सरकार 1250 रुपए दे रही है। पटवारी ने कहा था कि भाजपा लाड़ली बहनों की रशि बढ़ाने के बजाय सरकार उस पर अय्याशी कर रही है। लिहाजा लाड़ली बहना योजना के तहत प्रदेश की बहनों का लाभ सुनिश्चित करने के लिए कांग्रेस ने अदालत जाने का फैसला किया है।
जीतू पटवारी के इस बयान पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने जवाब दिया है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि “लाड़ली बहनों की राशि में चोरी के आरोप लगाने वालों को पाप लगेगा। सीएम ने कांग्रेस नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा तुम्हारा समय में तुम तो डाका डालते थे, तुमने बहनों की कभी चिंता नहीं की। तुम्हारे समय में तो बहनों के टुकड़े करके भट्टी में डाल देते थे। सरला मिश्र कांड भूल गए क्या? मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष को शर्म आना चाहिए, क्योंकि जिस भाषा में उन्होंने बात की, वह उचित नहीं है। राजनीति करना है तो मर्यादा में करिए भावनाओं में बात भी करो तो शब्दों का चयन कौन सा होना चाहिए, यह ध्यान रखना जरूरी है।
इस दौरान मोहन यादव ने संकल्प पत्र का जिक्र करते हुए कहा “भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में ₹3000 महीने देने की घोषणा की थी। जब हमने सरकार बनाई, तब लाड़ली बहनों को ₹1000 दे रहे थे। आज 1250 दे रहे हैं। इसी साल रक्षाबंधन पर 250 रुपए बोनस देंगे। इसके बाद दीपावली से 250 रुपए बढ़ाए जाएंगे, जिसके बाद यह राशि 1550 रुपए होगी। इसी तरह अगले साल 2026 और 2027 में राशि बढ़ाई जाएगी। विधानसभा चुनाव 2028 में है। तब तक हम हर हाल में ₹3000 देंगे।
सीएम ने कहा कि यह चोरी नहीं बहनों के प्रति हमारी वचनबद्धता है, क्योंकि 5 साल में भाजपा को संकल्प पत्र पूरा करना होता है। इसलिए जिसे यह समझ नहीं है, वह ऐसी नादानी भरी बात करता है। उन्होंने कहा कि अय्याशी हम नहीं कांग्रेसी करते थे। इसीलिए उनके सारे नेता जमानत पर चल रहे हैं। वह क्या कर रहे हैं, यह कुछ भी हमसे छिपा नहीं है। इसलिए कांग्रेस इस बात को समझ ले, कि भाजपा के लोग जनता के प्रति जवाबदार हैं।
इसके अलावा लव-जिहाद के लिए फंडिंग करने वाले कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी उर्फ अनवर डकैत की गिरफ्तारी के मामले में कहा कि हमारे राज्य में जो कानून तोड़ेगा, उससे हम निपटना भी जानते हैं। चाहे वह डकैत हो या डकैत का बाप। इसलिए हमने हमारे प्रशासन से कहा है कि ऐसे डकैत को ढूंढिए, अगर नहीं मिले तो तलाश कीजिए, क्योंकि हर हाल में कानून का पालन सबको करना है।

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