आंखें फड़कना शुभ-अशुभ या बीमारी का सिग्नल? स्वामी रामदेव ने बताया योग-त्राटक से बचेगी नज़र

0
images (1)

लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: हर कोई चाहता है कि नजर तेज रहे जिससे लंबी उम्र तक आंखें दुनिया की हर खूबसूरती को देख सकें। आंखें ही तो हैं जो दुनिया का हर रंग दिखाती हैं और सेहत का हाल भी बताती हैं। लेकिन जब बात फिटनेस की आती है तो आंखों पर किसी का ध्यान ही नहीं जाता, जबकि कई बार हमारी आंखों में हुई छोटी दिक्कत किसी बड़ी बीमारी का सिग्नल होती है। जैसे आंखों के फड़कने को ही ले लीजिए। आंखों के फड़कने को लोग शुभ अशुभ से जोड़कर देखते हैं। लेकिन डॉक्टर्स ऐसा नहीं मानते उनके मुताबिक eyes blink होने की सबसे कॉमन वजह होती है तनाव। दरअसल स्ट्रेस होने पर आंखों की मसल्स में खिंचाव आता है और उनके सिकुड़ने से आंखें फड़कती हैं। कुछ मामलों में आंखों का फड़कना न्यूरोलॉजिकल प्रॉब्लम का भी इशारा हो सकता है।
इसके अलावा आजकल लोगों में ड्राई आई की प्रॉब्लम भी आम हो गई है। क्योंकि लगातार कंप्यूटर और मोबाइल पर काम करने से आंखों में नमी खत्म होने लगती है जो आंखों के लिए नुकसान दायक है। ड्राई आई सिंड्रोम तो इस वक्त हेल्थ एक्सपर्ट्स के लिए सिरदर्द बना हुआ है। दुनिया में 36 करोड़ लोगों को ये दिक्कत है। मॉनसून में तो ये परेशानी और बढ़ जाती है। बरसात में तो आंखों में एलर्जी-इंफेक्शन की परेशानी भी घर घर में देखने को मिलती है। वहीं कैटरेक्ट-ग्लूकोमा, डायबिटिक रेटिनोपैथी, मायोपिया जैसी बीमारियों का तो आपको पता होगा। दुनिया में 220 करोड़ लोगों को आंखों की परेशानी से जूझ रहे हैं। इनमें भी करीब 100 करोड़ की परेशानी क्रिटिकल है। इसके लिए योग का सहारा लें। योग से आंखों की कई परेशानियों को दूर किया जा सकता है। जी हां रोजाना योग-प्राणायाम-त्राटकको जीवन का हिस्सा बनाएंगे तो चश्मे का नंबर ज़रूर घटा पाएंगे। इससे आंखें लंबी उम्र तक सेहतमंद रहेंगी और आप उम्र के आखिरी पड़ाव तक इस दुनिया की खूबसूरती, कुदरत के रंगों को देख पाएंगे। आइये स्वामी रामदेव से जानते हैं आखों को स्वस्थ रखने का क्या है तरीका?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *