‘मैंने देखा पापा को मार रहा था काशी…’ राजस्थान में सोनम-राजा पार्ट-2 केस में बेटे की गवाही से कांप उठा कोर्ट

अलवर{ गहरी खोज }: देशभर में सोनम द्वारा अपने प्रेमी राज के साथ मिलकर अपने पति राजा रघुवंशी की हत्या के मामले की जांच चल रही है। इसी बीच राजस्थान के अलवर में भी ऐसा ही मामला सामने आया है। अलवर के खेरली में एक पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या करवा दी। हत्या की साजिश में पत्नी, प्रेमी और कॉन्ट्रैक्ट किलर शामिल थे। इस पूरी घटना का चश्मदीद मृतक का 9 साल का बेटा है, जो उसी कमरे में मौजूद था, जहां उसकी मां ने उसके पिता की हत्या करवाई थी। उसने पुलिस को अपनी आंखों से देखी सारी बातें बताई हैं।
दरअसल, खेरली के वीरू उर्फ मान सिंह जाटव की 7 जून की रात हत्या कर दी गई थी। उसकी पत्नी अनीता ने अपने प्रेमी काशीराम के साथ मिलकर उसकी हत्या की साजिश रची थी। दोनों ने 2 लाख रुपये की सुपारी देकर 4 युवकों को हायर किया था। उस रात योजना के मुताबिक अनीता ने घर का मुख्य दरवाजा खुला छोड़ दिया था। रात गहराने पर काशी और उसके साथी बाइक से पहुंचे और सीधे अंदर जाकर बिस्तर पर सो रहे वीरू को पकड़ लिया। गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।
प्रत्यक्षदर्शी ने पुलिस को दिए बयान में बताया, ‘7 जून की रात पापा वीरू जाटव हमेशा की तरह काम से लौटे और कहा, ‘बेटा मोबाइल चार्ज पर लगा दो।’ इसके बाद वे अंदर चले गए। थोड़ी देर बाद मां अनीता बोलीं, ‘सो जा बेटा, नहीं तो सुबह जल्दी नहीं उठ पाएगा। मैं अभी सोया ही था कि दरवाजे की हल्की सी आवाज सुनाई दी। मैंने आंख खोली तो देखा कि मां गेट खोल रही हैं। काशी अंकल बाहर खड़े थे, उनके साथ चार और लोग थे। मैं डर गया, मैं उठा नहीं, चुपचाप सब देखने लगा। वे हमारे कमरे में आए, पापा के पलंग से आवाजें आने लगीं। मैं उठा तो देखा मां पलंग के सामने खड़ी थीं। उन लोगों ने पापा को पकड़ लिया था। उन्हें मुक्का मारा, पैर मरोड़े और गला भी दबाया। काशी अंकल ने तकिए से उनका मुंह ढक रखा था। बेटे ने बताया कि जब पापा को पीटा जा रहा था तो मैं उनके पास जाने लगा। लेकिन काशी अंकल ने मुझे गोद में उठा लिया और डांटने लगे और धमकाया। मैं डर के मारे चुप हो गया। कुछ मिनट बाद पापा की मौत हो गई। फिर सब चले गए।’ इस मासूम ने पुलिस को बताया कि जब पापा घर पर नहीं होते थे तो काशी अंकल घर आते थे। पापा की बहुत याद आ रही है। अब मां बहुत बेकार लगती है।
दरअसल, वीरू और अनीता ने प्रेम विवाह किया था। दोनों की यह दूसरी शादी थी। अनीता खेरली में जनरल स्टोर चलाती थी। काशी प्रजापति कचौड़ी का ठेला लगाता था। काशी अक्सर दुकान पर सामान खरीदने आता था। यहीं से दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं। पति वीरू को शक हुआ तो अनीता और काशी ने उसे खत्म करने की साजिश रची। काशी ने अपने चार साथियों के साथ मिलकर दो लाख रुपये में वीरू की हत्या की सुपारी दी। 7 जून की रात अनीता ने प्लान के मुताबिक गेट खुला छोड़ दिया। काशी अपने चार साथियों के साथ घर में घुसा। सभी ने मिलकर वीरू की बेरहमी से हत्या कर दी।
अगली सुबह अनीता ने ड्रामा शुरू किया कि वीरू की तबीयत खराब हो गई है। लेकिन शरीर पर चोटों के निशान मिले वीरू की लाश, टूटा हुआ दांत और नाबालिग बेटे की गवाही ने पूरी कहानी सामने ला दी। इसके बाद मृतक के भाई गब्बर जाटव की हत्या की एफआईआर दर्ज कराई गई। पुलिस टीम ने आरोपियों तक पहुंचने के लिए 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल खंगाली। इस मामले में अनीता राज (पत्नी), काशीराम प्रजापत और बृजेश जाटव को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही हत्या में शामिल तीन अन्य कॉन्ट्रैक्ट किलर की तलाश की जा रही है।