नारियल तेल है शरीर के लिए फायदेमंद लेकिन क्या दिल की सेहत के लिए है नुकसानदायक? जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: नारियल तेल को भारत में सदियों से स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना गया है। यह बालों, त्वचा और पाचन के लिए फायदेमंद माना जाता है। लेकिन जब बात दिल (हृदय) के स्वास्थ्य की होती है, तो नारियल तेल को लेकर कई सवाल खड़े होते हैं। अक्सर लोग सवाल करते हैं कि क्या नारियल तेल ‘बैड कोलेस्ट्रॉल’ यानी एलडीएल को बढ़ाता है और हार्ट की बीमारियों का कारण बन सकता है
बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है
एशियन अस्पताल में स्थित हृदय रोग विशेषज्ञ, डॉ. प्रतीक चौधरी के अनुसार, दरअसल, नारियल तेल में लगभग 90 प्रतिशत सैचुरेटेड फैट (संतृप्त वसा) होता है, जो कि घी और मक्खन की तुलना में भी अधिक है। वैज्ञानिक रूप से यह तथ्य स्थापित है कि सैचुरेटेड फैट की अधिक मात्रा एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा सकती है, जो धमनियों में प्लाक जमा होने और हृदय रोगों की एक प्रमुख वजह मानी जाती है।
हालांकि नारियल तेल में लॉरिक एसिडपाया जाता है, जो HDL यानी ‘गुड कोलेस्ट्रॉल’ को भी बढ़ाता है। कुछ शोध बताते हैं कि इससे शरीर में बैलेंस बना रहता है। लेकिन अन्य बड़ी मेडिकल संस्थाओं जैसे कि अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन और WHO के मुताबिक, सैचुरेटेड फैट की अधिकता दिल के लिए खतरा बन सकती है, और इसीलिए नारियल तेल के सीमित सेवन की सलाह दी जाती है।
नारियल तेल इस्तेमाल करते समय बरतें सावधानी:
हृदय रोग की पारिवारिक हिस्ट्री वाले, हाई ब्लड प्रेशर या हाई कोलेस्ट्रॉल से ग्रस्त लोगों को विशेष रूप से सतर्क रहना चाहिए। ऐसे लोगों के लिए वनस्पति तेल जैसे सूरजमुखी, कनोला या जैतून का तेल (olive oil) ज्यादा सुरक्षित माने जाते हैं क्योंकि इनमें अनसैचुरेटेड फैट की मात्रा अधिक होती है, जो दिल के लिए बेहतर है। इसका मतलब यह नहीं कि नारियल तेल पूरी तरह नुकसानदायक है। सीमित मात्रा में इसका उपयोग, खासकर बाहरी इस्तेमाल (त्वचा या बालों में) लाभकारी हो सकता है। लेकिन खाने में इसका अत्यधिक उपयोग हृदय स्वास्थ्य के लिहाज से उचित नहीं है।
नारियल तेल के फायदे हैं, लेकिन दिल के मरीजों या जोखिम वाले लोगों को इसके सेवन में सावधानी रखनी चाहिए और चिकित्सक से सलाह लेकर ही आहार में शामिल करना चाहिए।