यूरिक एसिड बढ़ने का पहला लक्षण क्या है, शरीर में क्या दिक्कत आने लगती है, जानिए कब हो जाना चाहिए अलर्ट

लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: हम सभी के शरीर में खाने से यूरिक एसिड बनता है। ये बहुत ही सामान्य प्रक्रिया है। लेकिन जब शरीर में किसी कारण यूरिक एसिड बढ़ने लगता है तो ये परेशानी पैदा करता है। दरअसल हम जो खाना खाने हैं उससे हमारा शरीर यूरिक एसिड का निर्माण करता है। जिसे किडनी फिल्टर करके बाहर निकालती है। लेकिन अगर किसी कारण यूरिक एसिड ज्यादा बन रहा है या फिर किडनी सही तरह से फिल्टर नहीं कर पा रही है तो शरीर में यूरिक एसिड बढ़ जाता है। इसे हाइपरयूरिसीमिया कहा जाता है। हाइपरयूरिसीमिया की वजह से लोगों को कई तरह की परेशानियां होने लगती है। जानिए शरीर में हाई यूरिक एसिड का पहला लक्षण क्या नजर आता है? कैसे समझें कि यूरिक एसिड बढ़ रहा है?
यूरिक एसिड बढ़ने का पहला लक्षण
शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने का पहला लक्षण जोड़ों और पैरों में दर्द है। अगर आपको पैरों खासतौर से एड़ियों और पैर के अंगूठे में दर्द हो रहा है तो ये यूरिक एसिड का कारण हो सकता है। यूरिक एसिड बढ़ने पर प्यूरिन क्रिस्टल के रूप में जॉइंट्स में जाकर जमा हो जाता है। जिससे सूजन, लालिमा और दर्द बढ़ जाता है। इसके अलावा भी कई ऐसे लक्षण हैं जो हाई यूरिक एसिड का संकेत हैं।
यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षण
जोड़ों में दर्द होना
पैरों और एड़ियों में तेज दर्द
तलवों का लाल होना
ज्यादा प्यास लगना
बुखार आना
पैर के अंगूठे में दर्द होना
जोड़ों के ऊपरी त्वचा का रंग बदलाना
यूरिक एसिड बढ़ने पर कब डॉक्टर को दिखाएं
यूरिक एसिड सभी के शरीर में बनता है और ये कोई खतरनाक बीमारी नहीं है, लेकिन इसका दर्द और चलने फिरने में होने वाली दिक्कत की वजह से इसे कंट्रोल करना जरूरी है। सबसे पहले यूरिक एसिड कितना बढ़ा है ये जानना जरूरी है। इसके लिए आप टेस्ट करवा सकते हैं। पुरुषों में यूरिक एसिड की नॉर्मल रेंज 3.4 से 7.0 mg/dL होती है और महिलाओं में 2.4 से 6.0 mg/dL नॉर्मल रेंज है। अगर इससे ज्यादा यूरिक एसिड आता है तो डाइट और दवाओं से इसे कंट्रोल किया जा सकता है।